सलीम खान को भला कौन नहीं जानता. सदी के महान पटकथा लेखकों में शुमार रहे सलीम खान बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान के पिता भी हैं. महान लेखक व गीतकार जावेद अख्तर के साथ मिलकर सलीम खान ने शोले, दीवार, ज़जीर, जैसी सुपरहिट फिल्में लिखीं.
सलीम खान ने अपनी कलम से बॉलीवुड में जो योगदान दिया सो दिया, इसके अलावा वह हर अच्छे और बुरे वक्त में सलमान खान के साथ एक दीवार बनकर खड़े रहे. पिछले कुछ सालों में सलमान खान कई तरह के विवादों में फंसे. इस दौरान उन्हें अपने पिता का पूरा साथ मिला.
ऐसी चीज जो आप अपने बच्चों में देखना चाहते हैं
जब सलीम खान से उनके बच्चों सलमान खान, अरबाज खान, सोहेल खान, अलवीरा खान अग्निहोत्री और अर्पिता शर्मा को लेकर कोई सवाल किया जाता है तो वह बेहद साफगोई से उसका जवाब देते हैं. एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में सलीम खान ने कहा था कि वह चाहते हैं कि उनके बच्चे अपने धैर्य और क्रोध को काबू करने की कला सीखें.
जूम को दिए एक इंटरव्यू में जब एंकर पूजा बेदी ने उनसे पूछा कि कोई ऐसी क्वालिटी जिसे वो अपने बच्चों में देखना चाहते हैं? इस पर सलीम खान ने कहा 'धैर्य और क्रोध को काबू करना.' उन्होंने कहा कि मैं समझता हूं कि क्रोध कोई गलत नहीं है लेकिन इसे ठीक से काबू करना आना चाहिए.
सलीम खान ने कहा कि गुस्सा एक जेनेटिक प्रॉब्लम है जो बच्चों को भी होती है और वे इस पर काबू पाना सीख जाएंगे क्योंकि यह एक नुकसानदायक चीज है. खासकर शराब पीने के बाद. यदि वे शराब पीने पर नियंत्रण नहीं कर सकते तो उन्हें इसे (क्रोध) अपने जीवन से हटा देना चाहिए.
गुस्से की समस्या से जूझ रहे हैं सलमान खान
बता दें कि साल 2012 में सलमान खान ने एक इंटरव्यू के दौरान स्वीकार किया था कि उन्हें गुस्सा बहुत आता है और वह इस समस्या से जूझ रहे हैं. सलमान खान ने कहा था, 'मुझे गुस्सा बहुत आता है और मुझे एन्यूरिज्म (दिमाग की एक बीमारी) भी मेरे गुस्से की वजह से है. बस मुझे गुस्सा आता है तो डर लगता है.' उन्होंने कहा था कि क्रोध का मतलब बोतल उठाना और उससे किसी के सिर पर वार करना नहीं है. गुस्सा एक ऐसी चीज है जिसके बारे में आपको लगता है कि 'यह सही नहीं है'. एक्टर ने कहा था कि आप इसे काबू करने के लिए सब कुछ करना चाहते हैं, सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं लेकिन कुछ नहीं कर सकते. आप इसे सही करना चाहते हैं.