तीसरे हफ्ते भी चला थामा का जादू! क्या मैडॉक हॉरर यूनिवर्स की फिल्म तोड़ पाएगी ‘स्त्री’ का रिकॉर्ड
आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना की फिल्म थम्मा बॉक्स ऑफिस पर लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है. फिल्म ने रिलीज के 16वें दिन भारत में ₹125 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है, जिससे यह साल 2025 की सबसे सफल हॉरर-कॉमेडी फिल्मों में शामिल हो गई है.
मुंबई: आदित्य सरपोतदार की डायरेक्टेड थामा ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त शुरुआत की थी. फिल्म ने पहले दिन ₹24 करोड़ की ओपनिंग ली थी, जो इस साल की सबसे बड़ी ओपनिंग में से एक रही. पहले हफ्ते में फिल्म ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ₹108.4 करोड़ की कमाई की. दूसरे हफ्ते में फिल्म ने थोड़ा धीमा रुख अपनाया लेकिन स्थिर पकड़ बनाए रखी और ₹15.9 करोड़ की अतिरिक्त कमाई की.
Sacnilk.com की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म ने रिलीज के 16वें दिन ₹1.66 करोड़ का बिजनेस किया है. इसके साथ ही फिल्म का कुल घरेलू कलेक्शन ₹125.71 करोड़ तक पहुंच गया है. हालांकि वीक डेस में देखा जाए तो फिल्म के कलेक्शन में हल्की गिरावट देखी गई है, लेकिन दर्शकों की रुचि बनी हुई है. यह फिल्म अब तीसरे हफ्ते में भी मजबूती से टिके रहने में कामयाब रही है.
16वें दिन थामा ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
थामा का अधिभोग रुझान स्थिर लेकिन मजबूत बना हुआ है.
- मुंबई और दिल्ली-एनसीआर: औसतन 14-15%
- पुणे और लखनऊ: लगभग 15.67%
- चेन्नई: 40% (सीमित स्क्रीनिंग के बावजूद सबसे अच्छा प्रदर्शन)
- बेंगलुरु, अहमदाबाद और चंडीगढ़: 10-12%
- जयपुर, सूरत, भोपाल जैसे टियर-2 शहरों में अधिभोग 12-14% के बीच रहा.
इन आंकड़ों से साफ है कि फिल्म ने न केवल महानगरों में बल्कि उत्तर भारतीय बाजारों में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है.
थामा की सफलता के पीछे क्या है राज
फिल्म की कहानी और अनोखा कॉन्सेप्ट दर्शकों को बांधे हुए है. थामा में डर और हंसी का मिश्रण दर्शकों को नया अनुभव दे रहा है. आयुष्मान खुराना के कॉमिक टाइमिंग के साथ रश्मिका मंदाना का रहस्यमयी रोल और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी के दमदार अभिनय ने फिल्म को ऊंचा स्तर दिया है. फिल्म के डायरेक्टर आदित्य सरपोतदार और प्रोडक्शन हाउस मैडॉक फिल्म्स ने पहले भी स्त्री, भेड़िया जैसी सफल हॉरर-कॉमेडी दी हैं, और अब थामा उसी यूनिवर्स को आगे बढ़ा रही है.
थामा की कहानी एक पत्रकार आलोक (आयुष्मान खुराना) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसकी जिंदगी तब बदल जाती है जब उसकी मुलाकात ताड़का (रश्मिका मंदाना) से होती है. ताड़का एक प्राचीन बेताल कबीले की सदस्य है, जो इंसानों और पिशाचों के बीच की सीमाओं को मिटा देती है. कहानी आगे चलकर प्रेम, संघर्ष और बेतालों के नेता यक्षशान (नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी) से टकराव में बदल जाती है.