National School of Drama : राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के निदेशक चितरंजन त्रिपाठी ने सुपरस्टार शाहरुख खान को थिएटर की दुनिया में उनके योगदान के लिए सराहा है. त्रिपाठी ने कहा, “शाहरुख खान ‘नाटकवाला’ पहले हैं और सुपरस्टार बाद में. उनके रंगमंच के अनुभवों ने उन्हें मजबूत नींव दी है, जिससे आज वह भारतीय सिनेमा के बादशाह बने हैं.”
त्रिपाठी ने उल्लेख किया कि शाहरुख ने थिएटर के महान शिक्षक बैरी जॉन के साथ दिल्ली में कई नाटक किए. एनएसडी के लिए यह गर्व की बात होगी यदि शाहरुख अतिथि के रूप में स्कूल में आएं. त्रिपाठी ने कहा, “उनकी यात्रा एक साधारण परिवार के सदस्य से असाधारण ऊंचाइयों तक पहुंचने की प्रेरणा देती है. यह हमें दिखाता है कि दृढ़ता और मेहनत से कुछ भी संभव है.”
एनएसडी: दिग्गजों का संस्थान
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, जिसे नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर और इरफान खान जैसे महान कलाकारों का गुरुकुल माना जाता है, भारतीय रंगमंच के विकास का केंद्र है। त्रिपाठी ने एनएसडी के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए इसे भारतीय थिएटर का पथप्रदर्शक कहा।
चितरंजन त्रिपाठी की व्यक्तिगत यात्रा
एनएसडी के निदेशक त्रिपाठी ने अपनी भी रंगमंच की यात्रा साझा की। अक्टूबर 2023 में निदेशक का कार्यभार संभालने से पहले, वह थिएटर, टीवी और फिल्मों में निर्देशक, अभिनेता, लेखक और संगीतकार के रूप में सक्रिय रहे। उनके प्रशंसित नाटकों में ‘समुद्र मंथन’, ‘गन्नू भाई’ और ‘ताजमहल का टेंडर’ शामिल हैं। साथ ही, उन्होंने ‘तलवार’, ‘जुबान’ और ‘मुक्काबाज’ जैसी हिंदी फिल्मों में अपनी पहचान बनाई।
शाहरुख के लिए त्रिपाठी की प्रशंसा
शाहरुख के प्रति अपने स्नेह का इजहार करते हुए त्रिपाठी ने कहा, “एक साधारण व्यक्ति का असाधारण ऊंचाई तक पहुंचना न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि हमें यह भी सिखाता है कि समर्पण और कड़ी मेहनत से सब कुछ संभव है. मैं इसे देखकर कहता हूं, ‘वाह, यह मैंने भी किया.’
(इस खबर को इंडिया डेली लाइव की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)