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Allahbadia Controversy: महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने राखी सावंत को भेजा समन, बयान दर्ज करने की तैयारी

महाराष्ट्र साइबर पुलिस इस मामले में अन्य लोगों से भी पूछताछ कर सकती है. इसके अलावा, डिजिटल साक्ष्यों को खंगालकर आगे की कार्रवाई की जाएगी. देखना होगा कि रणवीर इलाहाबादिया और अन्य आरोपियों पर क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या इस मामले में राखी सावंत की कोई महत्वपूर्ण भूमिका सामने आती है या नहीं.

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Edited By: Reepu Kumari
Maharashtra Cyber ​​Police sent summons to Rakhi Sawant, preparing to record statement
Courtesy: Pinterest

Allahbadia Controversy:  महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने यूट्यूब शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ से जुड़े विवादित मामले की जांच के तहत अभिनेत्री राखी सावंत को बयान दर्ज कराने के लिए समन भेजा है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी

महाराष्ट्र साइबर पुलिस कॉमेडियन समय रैना द्वारा होस्ट किए गए इस शो में कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों की जांच कर रही है. इस मामले में ‘कंटेंट क्रिएटर’ रणवीर इलाहाबादिया और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस को संदेह है कि शो में किए गए कुछ टिप्पणियां सामाजिक सौहार्द्र को ठेस पहुंचाने वाली हो सकती हैं. 

राखी सावंत को क्यों भेजा गया समन?

जांच एजेंसी ने राखी सावंत को गवाह या संभावित सहयोगी के रूप में बुलाया है. यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि वे इस मामले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं या नहीं, लेकिन उन्हें कुछ सवालों के जवाब देने के लिए तलब किया गया है. 

मामले में आगे क्या? 

सूत्रों के मुताबिक, साइबर पुलिस इस मामले में और भी लोगों से पूछताछ कर सकती है और डिजिटल साक्ष्यों को खंगाल रही है. इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा तेज़ हो गई है.

समाज में डिजिटल कंटेंट को लेकर बढ़ती सतर्कता  

यह मामला डिजिटल कंटेंट और ऑनलाइन अभिव्यक्ति की सीमाओं को लेकर एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ सकता है. हाल के वर्षों में कई यूट्यूबर्स और कंटेंट क्रिएटर्स पर साइबर अपराध कानूनों के तहत कार्रवाई हो चुकी है. यह देखना दिलचस्प होगा कि इस केस में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं. 

इस पूरे विवाद ने फिर से एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ दी है – क्या सोशल मीडिया और डिजिटल कंटेंट पर सख्त निगरानी होनी चाहिए? हाल के वर्षों में, कई यूट्यूबर्स, स्टैंड-अप कॉमेडियन्स और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स पर विभिन्न कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है. सरकार और साइबर एजेंसियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर अभद्र व आपत्तिजनक टिप्पणियों पर नज़र बनाए हुए हैं.

सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

इस विवाद को लेकर सोशल मीडिया दो धड़ों में बंट चुका है. कुछ लोग इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं, जबकि कुछ का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैलाए जाने वाले कंटेंट की जवाबदेही होनी चाहिए.