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India Daily

न मारधार, न थ्रिल, न ही विलेन..; फिर भी कैसे सबके सिर चढ़ गई ये फिल्म, 8.4 की रेटिंग; OTT पर मचाया भौकाल

Most Trending Film On OTT: आप में से कई लोग अलग-अलग तरह की फिल्में पसंद करते होंगे.अगर आपके टेस्ट के अनुसार नहीं है तो आप उसे नहीं देखते होंगे. जैसे कि किसी को एक्शन तो किसी को रोमांस, तो वहीं किसी को थ्रिलर, या सस्पेंस, या फिर हॉरर टाइप की फिल्में पसंद आती होंगी. लेकिन आज हम आपको एक ऐसी फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें ना एक्शन है ना विलेन फिर भी OTT पर गजब का गदर काट रही है. ये फिल्म रिलीज होते ही सबके दिलों पर छा गई है. इस फिल्म की  सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपको एक्शन का डोज नहीं मिलेगा, ना रोमांस का रस और ना ही थ्रिल और न ही कोई विलेन जो हीरो के पीछे लगा होगा. इसकी कहानी बहुत ही साधारण है फिर भी सबकी फेवरेट बन गई है. इस फिल्म ने IMDb पर भी 8 से ज्यादा की रेटिंग हासिल किया है.  

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Edited By: Reepu Kumari
Meiyazhagan On OTT
Courtesy: Pinteres

Meiyazhagan On OTT: हाल ही में एक ऐसी फिल्म ने सभी का ध्यान खींचा है जिसमें न तो किसी तरह का बड़ा एक्शन है, न ही कोई धुआंधार थ्रिल और न ही कोई खतरनाक विलेन. इसके बावजूद, इस फिल्म ने अपनी सरल कहानी और भावनात्मक तत्वों के सहारे IMDb पर 8.4 की उच्च रेटिंग हासिल कर ली है और OTT पर धूम मचा दी है.

इस फिल्म का नाम है मेयाझगन, जिसने साधारण कहानी के साथ भी दर्शकों का दिल जीत लिया है।

क्या  है फिल्म?

फिल्म की कहानी मानवीय रिश्तों और उनकी गहराइयों पर आधारित है. इसमें नायक का संघर्ष जीवन की छोटी-छोटी चुनौतियों से है, जो आम जिंदगी का हिस्सा होते हैं। फिल्म की पटकथा और निर्देशन इतने सजीव हैं कि दर्शक खुद को किरदारों से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं. एक पारिवारिक कहानी जो समाज में मानवता, रिश्तों की अहमियत और संवेदनशीलता को खूबसूरती से दर्शाती है, यह फिल्म एक संदेश भी देती है कि असली जिंदगी में संघर्ष बाहरी दुश्मनों से नहीं बल्कि हमारी खुद की सीमाओं और परेशानियों से होता है.

थोड़ी सी झलक

ये एक तमिल फिल्म है. इसमें आपको अरविंद स्वामी और कार्ति मुख्य भूमिका में एंटरटेन करते नजर आएंगे. दोनों की एक्टिंग जोरदार थी. अगर आप किसी अदर कास्ट की बात करें तो श्री दिव्या, देवदर्शिनी चेतन, राज किरण, वी जयप्रकाश जैसे कई सितारे अहम किरदारों में नजर आते हैं. इस फिल्म का निर्देशन प्रेम कुमार ने किया है. पूरी कहानी अरविंद स्वामी और कार्ति के किरदारों के चारों ओर घूमती है. साल 1996 से इसकी शुरुआत होती है. फिल्म की शुरुआत में दिखाया जाता है कि अरुल (अरविंद स्वामी) का परिवार एक संपत्ति विवाद में फंस जाता है. मजबूरी में आकर उसे अपना घर बेचना पड़ता है. वो और उसकी पूरी फैमली अपना घर बार बेचकर शहर चले जाते हैं. फिर कहानी एक नया मोड़ लेती है. पहुंच जाती है साल 2018 में. आगे की पूरी कहानी बता कर हम आपका मजा किरकिरा नहीं करेंगे. इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी. 

खूब सुर्खियां बटोरी 

OTT पर रिलीज होने के बाद फिल्म ने सोशल मीडिया पर भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं. दर्शकों ने इसके सरल संवाद, अद्भुत एक्टिंग और दिल को छू लेने वाले दृश्यों की सराहना की है। फिल्म के साथ जुड़े कलाकारों की सहज अभिनय क्षमता ने फिल्म को और भी ज्यादा विश्वसनीय बना दिया है. फिल्म के डायलॉग्स और संगीत भी इसे खास बनाते हैं, जो कहानी में और गहराई जोड़ते हैं. इस तरह, बिना किसी मसाला कंटेंट के भी मेयाझगन अपनी सादगी और प्रासंगिकता के बलबूते पर दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब रही है.