Ek chutki sindoor Dialogue: दीपिका पादुकोण का आइकॉनिक डायलॉग, 'एक चुटकी सिंदूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू! ईश्वर का आशीर्वाद होता है एक चुटकी सिंदूर, सुहागन के सिर का ताज होता है एक चुटकी सिंदूर, हर औरत का ख्वाब होता है एक चुटकी सिंदूर!', 2007 में रिलीज हुई फिल्म ओम शांति ओम का हिस्सा है. यह फिल्म फराह खान ने डायरेक्ट की थी. डायलॉग दीपिका के निभाए गए किरदार शांति प्रिया के एक सीन में बोला गया, जो फिल्म में एक सुपरस्टार एक्ट्रेस के रोल में थीं.
यह फिल्म पुनर्जन्म की कहानी पर आधारित है, जिसमें शाहरुख खान और दीपिका अहम किरदार में थे, जबकि अर्जुन रामपाल ने खलनायक और श्रेयस तलपड़े व किरण खेर ने सहायक किरदार निभाए. फिल्म का निर्माण गौरी खान ने रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले किया था.
मयूर पुरी ने फिल्म ओम शांति ओम के सभी डायलॉग लिखे, जिनमें 'एक चुटकी सिंदूर' और 'पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त' जैसे मशहूर डायलॉग शामिल हैं. मयूर पुरी एक जाने-माने राइटर और गीतकार हैं, जिन्होंने कई बॉलीवुड फिल्मों के लिए गीत और डायलॉग लिखे हैं. इस फिल्म की कहानी और पटकथा फराह खान और मुश्ताक शेख ने मिलकर लिखी थी. मयूर पुरी के लिखे यह डायलॉग इतने प्रभावशाली थे कि आज भी ये लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं और सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं.
7 मई 2025 को भारत के ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए गए. इस कार्रवाई के बाद यह डायलॉग सोशल मीडिया और समाचारों में फिर से गूंज उठा, क्योंकि 'सिंदूर' शब्द ऑपरेशन के नाम से जुड़ा और डायलॉग की भावनात्मक गहराई ने इसे प्रतीकात्मक रूप से प्रासंगिक बना दिया.
ओम शांति ओम 40 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ रुपये की कमाई की. 53वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में इसे 13 नॉमिनेशन मिले, जिनमें बेस्ट फिल्म, डायरेक्टर, एक्टर, एक्ट्रेस, और सहायक एक्टर शामिल थे.