Bhaag Milkha Bhaag Re-release: भारतीय सिनेमा की सबसे प्रेरणादायक बायोपिक्स में से एक, भाग मिल्खा भाग, एक बार फिर सिनेमाघरों में दर्शकों का दिल जीतने के लिए तैयार है. महान एथलीट मिल्खा सिंह के जीवन पर आधारित इस फिल्म को दोबारा रिलीज की घोषणा प्रदर्शक पीवीआर-आईनॉक्स ने की है. फरहान अख्तर और सोनम कपूर अभिनीत यह फिल्म 18 जुलाई 2025 को देश भर के चुनिंदा पीवीआर सिनेमाघरों में रिलीज होगी. 2013 में अपनी मूल रिलीज के एक दशक बाद, यह फिल्म 'फ्लाइंग सिख' की कहानी को फिर से जीवंत करने के लिए तैयार है, जो दर्शकों को प्रेरणा और भावनाओं से भर देगी.
फरहान अख्तर ने फिल्म में मिल्खा सिंह का रोल निभाने के लिए अपनी शारीरिक और भावनात्मक तैयारी से दर्शकों का दिल जीता था. इस पुनः रिलीज़ पर उत्साह जताते हुए फरहान ने कहा, 'मिल्खा सिंह का किरदार निभाना सम्मान और जिम्मेदारी दोनों था. मैं आभारी हूं कि दर्शकों को इस फिल्म को एक बार फिर बड़े पर्दे पर देखने का मौका मिलेगा, जहां इसकी भावनाएं और जज्बा सचमुच जीवंत हो उठेंगे.'
भाग मिल्खा भाग के दोबारा रिलीज होने पर सोनम कपूर ने भी इस अवसर पर अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा, 'यह लचीलेपन और मानवीय भावना की एक सशक्त कहानी है. मुझे 'ओ रंगरेज' को मिल रहे प्यार पर विशेष रूप से गर्व है. इस फिल्म को दोबारा देखना मिल्खा सिंह जी की विरासत को श्रद्धांजलि और सार्थक सिनेमा का उत्सव होगा.' सोनम ने फिल्म में मिल्खा की प्रेमिका बीरो का किरदार निभाया था, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा.
राकेश ओमप्रकाश मेहरा की डायरेक्टेड और वायकॉम18 स्टूडियोज व आरओएमपी पिक्चर्स द्वारा निर्मित, भाग मिल्खा भाग भारतीय सिनेमा की उन चुनिंदा फिल्मों में से है, जो अपनी गहन कहानी और भावनात्मक अपील के लिए जानी जाती हैं. यह फिल्म मिल्खा सिंह के जीवन के उस प्रेरक सफर को दर्शाती है, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान विभाजन की त्रासदी से उबरकर 'फ्लाइंग सिख' के रूप में विश्व स्तर पर पहचान बनाई. फिल्म में उनके बचपन की कठिनाइयों, सेना में भर्ती होने और 1958 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने जैसे महत्वपूर्ण पड़ावों को खूबसूरती से चित्रित किया गया है.
फिल्म में दिव्या दत्ता और प्रकाश राज जैसे दिग्गज कलाकारों ने भी अहम किरदार निभाया हैं. प्रसून जोशी की समीक्षकों द्वारा प्रशंसित पटकथा और शंकर-एहसान-लॉय के यादगार साउंडट्रैक, जैसे 'ज़िंदा', 'मस्ती की पाठशाला' और 'ओ रंगरेज़', ने फिल्म को एक अलग मुकाम दिया.