मुंबई: बॉलीवुड में अपनी फिटनेस, सादगी और कभी न थकने वाली ऊर्जा के लिए पहचाने जाने वाले अनिल कपूर आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं. अनिल कपूर का जन्म 24 दिसंबर 1956 को मुंबई में हुआ था. फिल्मी परिवार से होने के बावजूद उनके लिए सफलता का रास्ता आसान नहीं था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत हिंदी सिनेमा से नहीं बल्कि साउथ फिल्मों से की थी. शुरुआती दौर में उन्हें छोटे रोल मिले और कई बार संघर्ष का सामना करना पड़ा.
साल 1983 में फिल्म वो सात दिन से अनिल कपूर ने बतौर लीड एक्टर हिंदी सिनेमा में एंट्री की. फिल्म को पहचान मिली लेकिन अनिल कपूर को स्टार बनने में अभी वक्त लगना था. एक के बाद एक फिल्में आईं लेकिन वो बड़ी सफलता नहीं मिल रही थी जिसकी उन्हें तलाश थी. इंडस्ट्री में खुद को साबित करने के लिए उन्हें लगातार मेहनत करनी पड़ी.
साल 1987 अनिल कपूर के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. इसी साल रिलीज हुई फिल्म मिस्टर इंडिया ने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया. इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया बल्कि अनिल कपूर की इमेज को भी पूरी तरह बदल दिया. दिलचस्प बात यह है कि यह फिल्म पहले किसी और को ऑफर की गई थी.
फिल्म मिस्टर इंडिया पहले सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को ऑफर की गई थी. कहानी में लीड किरदार के लंबे समय तक अदृश्य रहने की वजह से अमिताभ बच्चन ने इस फिल्म को करने से मना कर दिया. उन्हें लगा कि स्क्रीन पर मौजूदगी कम होने से किरदार का असर कमजोर पड़ सकता है. यही फैसला अनिल कपूर के लिए वरदान साबित हुआ.
फिल्म मिस्टर इंडिया का निर्देशन शेखर कपूर ने किया था. इस फिल्म को बोनी कपूर और सुरिंदर कपूर ने प्रोड्यूस किया था. कहानी सलीम जावेद और शेखर कपूर ने मिलकर लिखी थी. फिल्म में अनिल कपूर ने अरुण वर्मा का किरदार निभाया था जो एक खास घड़ी की मदद से अदृश्य हो जाता है. इस अनोखी कहानी ने बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को आकर्षित किया.
मिस्टर इंडिया में अनिल कपूर के अपोजिट दिग्गज एक्ट्रेस श्रीदेवी नजर आई थीं. दोनों की केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया. फिल्म का संगीत, संवाद और मोगैम्बो जैसा खलनायक आज भी लोगों की यादों में जिंदा है. इस फिल्म ने अनिल कपूर को मास अपील वाला स्टार बना दिया.
5 मई 1987 को रिलीज हुई मिस्टर इंडिया करीब 2 करोड़ रुपये के बजट में बनी थी. फिल्म ने दुनियाभर में करीब 11 करोड़ रुपये की कमाई की. यह 1987 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली बॉलीवुड फिल्म बनी. इस जबरदस्त सफलता के बाद अनिल कपूर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.