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कहीं बीफ पर विवाद तो किसी को सता रहा नतीजों का डर, सियासी मैदान में नेताओं के बयान से मचा घमासान

Lok Sabha Elections: 19 अप्रैल से शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक गलियारों में नेताओं की बयानबाजी चरम पर है और इसी फेहरिस्त में सोमवार को भी कई नेताओं ने अपने बयानों से हलचल मचाई.

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PM Modi

Lok Sabha Elections: आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए देश का सियासी पारी इस समय चरम पर है और नेता से लेकर कार्यकर्ता तक सभी किसी न किसी तरीके से राजनीतिक गलियारों में सक्रिय नजर आ रहे हैं. इसी फेहरिस्त में सोमवार की सुबह का आगाज बीफ विवाद से हुआ जिस पर मंडी से बीजेपी प्रत्याशी और अभिनेत्री कंगना रनौत ने पलटवार किया तो वहीं पर केरल के सीएम पिनराई विजयन ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को डरपोक बताया.

पीएम मोदी ने एक बार फिर से विपक्ष पर महाराष्ट्र की उपेक्षा करने और 400 पार का नारा दिया तो आप सांसद संजय सिंह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए उन कंपनियों की लिस्ट जारी की जिन्होंने न सिर्फ सबसे ज्यादा चंदा दिया बल्कि टैक्स के नाम पर सबसे ज्यादा छूट हासिल की. आइए एक नजर सोमवार के सियासी मैदान के सबसे बड़े बयानों पर डालते हैं- 

चुनाव के नतीजों से डर रही है बीजेपी और यूडीएफ

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने सोमवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट और बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि वे राज्य में लोकसभा चुनाव के नतीजे से डरे हुए हैं. उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राज्य को मिलने वाले फाइनेंसियल असिस्टेंस में भेदभाव का आरोप लगाया.

विजयन ने कहा, 'यूडीएफ और बीजेपी दोनों चुनाव के फैसले से डरे हुए हैं. केंद्र सरकार वित्तीय संकट का कारण है. दोनों पार्टियां इसे छिपाना चाहती हैं. केरल उच्च उधार दरों वाले राज्यों में शामिल नहीं है.'

बीफ पर विवाद, कंगना की सफाई, अभी कितनी खिंचेगी लड़ाई

महाराष्ट्र में विपक्ष (कांग्रेस) के नेता विजय वडेट्टीवार ने कंगना पर बीफ खाने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने कंगना को टिकट दिया, जिन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि उन्हें बीफ पसंद है और वो खाती हैं. बीजेपी ने कांग्रेस नेता के इस बयान का जमकर विरोध किया था. इस बयान पर अब कंगना ने भी पलटवार किया है.

कंगना ने ट्वीट कर लिखा,'मैं गोमांस या किसी अन्य प्रकार का रेड मीट नहीं खाती हूं, यह शर्मनाक है कि मेरे बारे में पूरी तरह से आधारहीन अफवाहें फैलाई जा रही हैं, मैं दशकों से योगिक और आयुर्वेदिक जीवन शैली की वकालत और प्रचार कर रही हूं, अब मेरी इमेज खराब करने के लिए ऐसी रणनीतियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. जो लोग मुझे जानते हैं वो ये भी जानते हैं कि मुझे कोई भी चीज गुमराह नहीं कर सकती. मैं एक Proud हिंदू हूं, जय श्री राम.

अपनी ही पार्टी का मजाक उड़ाते हैं कांग्रेस के कार्यकर्ता- सीएम मोहन यादव

मध्य प्रदेश के मंडला में सोमवार को हुई चुनावी सभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संबोधन से पहले मुख्य मंच पर लगे फ्लेक्स पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की तस्वीर लगी हुई थी. बाद में बीजेपी नेता की फोटो की जगह कांग्रेस विधायक रजनीश हरवंश सिंह की फोटो लगा दी गई. इस मुद्दे को लेकर सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं पर तंज कसा.

उन्होंने कहा, 'यह आश्चर्य की बात है कि कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ता कितने गंभीर हैं और जब वे मंच पर अपने उम्मीदवार की जगह बीजेपी के नेता की तस्वीर लगाते हैं तो वे कैसे अपना मजाक उड़ाते हैं. ऐसा लगता है कि उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली है. चुनाव होने से पहले ही यह सोशल मीडिया की दुनिया है, या तो वे समझ लें कि वे पहले ही चुनाव हार चुके हैं या उन्हें देखना चाहिए कि क्या वे इतने गंभीर हैं.'

400 पार सिर्फ एक चुनावी जुमला, 4 जून को दिखेगी हकीकत- मनोज झा

आरजेडी सांसद मनोज झा ने मोदी सरकार के 400 पार के नारे पर हमला बोलते हुए कहा,'अगर 15 साल पहले लालू यादव नहीं होते तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बनते. सत्ता के व्याकरण का बदलाव सबसे बड़ा बदलाव होता है...400 पार एक जुमला है जिसकी हकीकत 4 जून को पूरा देश देखेगा.'

इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर हुआ बड़ा घोटाला, टैक्स बचाने के लिए पूरा मामला

AAP नेता संजय सिंह ने इलेक्टोरल बॉन्ड को देश का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए केंद्र पर हमला बोला और कहा,'इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर भ्रष्टाचार हुआ है, टैक्स में छूट दी गई. सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया, पूरा डेटा जनता के सामने रखा गया. मैं खुलासा कर रहा हूं कि ऐसी 33 कंपनियां हैं जिन्होंने सात वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये का घाटा उठाया है और भाजपा को 450 करोड़ रुपये का दान दिया है। 17 कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने जीरो टैक्स का भुगतान किया है और छह कंपनियों ने 600 रुपये का दान दिया है. वहीं एक कंपनी ने तो अपने मुनाफे से तीन गुना अधिक दान दिया है. एक कंपनी ने अपने मुनाफे से 93 गुना अधिक दान दिया है और तीन कंपनियां ऐसी हैं जिन्होंने 28 करोड़ रुपये का दान दिया है और जीरो टैक्स दिया है.'