Kuber Yoga: ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को शुभ ग्रह माना गया है. ये किसी एक राशि से दूसरी राशि में 1 साल के बाद जाते हैं. अभी बृहस्पति वृषभ राशि में विराजमान हैं, ये इस राशि में 1 साल तक रहने वाले हैं.
देवगुरु बृहस्पति इस राशि में 14 मई 2025 तक विराजमान रहने वाले हैं. गुरु के वृषभ राशि में रहने से इसमें पूरे पूरे साल कुबेर योग बना रहने वाला है. कुंडली में कुबेर योग बनना काफी अच्छा माना जाता है. इस योग के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में सुख और समृद्धि आती है. इसके साथ ही जीवन में सुख व सौभाग्य आता है. इसे राजयोग माना जाता है.
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के दूसरे और ग्यारहवें स्थान के स्वामी अपनी राशि या उच्च राशि में हों और दूसरे व ग्यारहवें स्थान के स्वामियों के बीच परस्पर युति हो तो इस स्थान के स्वामियों पर अन्य ग्रहों की अच्छी दृष्टि होती है. ऐसे में कुबेर योग का निर्माण होता है.इससे धन और दौलत में वृद्धि के योग बनते हैं.आइए जानते हैं कि यह राजयोग किनके लिए अच्छा रहने वाला है.
मेष राशि वालों के लिए यह योग काफी अच्छा रहने वाला है. इस राशि वालों की वाणी में सौम्यता बनी रहने वाली है. इसके साथ ही अचानक से धन लाभ के योग बनेंगे. आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा और भौतिक सुख व सुविधाओं में वृद्धि होगी. करियर में तरक्की के कई अवसर मिलेंगे.
मिथुन राशि वालों को माता और पिता का सहयोग मिलेगा. सामाजिक पद और प्रतिष्ठा बढ़ेगी. करियर में तरक्की के आपको नए अवसर मिलेंगे. नए घर और वाहन को आप खरीद सकते हैं. आर्थिक स्थिति आपकी काफी बेहतर हो जाएगी.
कन्या राशि वालों के लिए विदेश यात्रा के योग बनेंगे. लंबे समय से अटके हुए कार्य सफल हो जाएंगे. नए बिजनेस की शुरुआत के लिए समय अच्छा है. घर में मांगलिक कार्यों का आयोजन होगा. नई जॉब मिल सकती है.
इस राशि वालों को नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावना है. रोजगार के नए अवसर आपको मिलेंगे. आय के नए साधनों से आपको धन लाभ होगा. व्यावसायिक स्थिति अच्छी होगी. धन और संपत्ति में वृद्धि के प्रबल योग बनने वाले हैं.
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