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कोटा बन गया होता PFI का घर अगर...आतंकी संगठन को लेकर कांग्रेस पर बरसे अमित शाह

Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान के कोटा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है और साफ किया है कि अगर वो 5 साल पहले सत्ता में आई होती तो कोटा आतंकी गतिविधियों का गढ़ बन चुका होता.

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India Daily Live

Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए दावा किया कि अगर 2019 के लोकसभा चुनावों में देश की सबसे पुरानी पार्टी सत्ता में आई होती, तो कोटा आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का घर बन गया होता. साल 2021 में केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और उसके 8 सहयोगियों को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 3 के तहत गैरकानूनी घोषित करते हुए 5 साल से ज्यादा समय के लिए बैन कर दिया था.

राजस्थान के कोटा में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'अगर आपने 2019 में कांग्रेस को वोट दिया होता तो कोटा पीएफआई का घर बन गया होता. आपने पीएम मोदी को वोट दिया और उन्होंने पीएफआई को खत्म कर दिया और उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया.  उनका कहना है कि वे पीएफआई पर से प्रतिबंध हटा देंगे. कांग्रेस एक विकास विरोधी पार्टी है.'

बहुमत मिला तो काम किया

अमित शाह ने लोकसभा चुनावों में अपनी पार्टी का प्रचार करते हुए यह भी कहा कि केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार ने 2014 और 2019 में सरकार बनाने के बाद धारा 370 को निरस्त कर दिया, राम मंदिर का निर्माण किया, नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) लागू किया और लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिला आरक्षण सुनिश्चित किया. 

उन्होंने कहा, 'आपने हमें 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत दिया, हमने बहुमत का इस्तेमाल 370 को खत्म करने, श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने, सीएए लागू करने और लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33% आरक्षण देने के लिए किया.'

गहलोत सरकार ने विकास में पहुंचाई बाधा

शाह ने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का भी उल्लेख किया और पूर्ववर्ती अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर इस परियोजना में पांच साल तक बाधा डालने का आरोप लगाया. लोकसभा अध्यक्ष और कोटा सांसद ओम बिरला के समर्थन में आयोजित चुनावी रैली में शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो "अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का विरोध करती है".

उन्होंने कहा,'पांच साल तक, गहलोत सरकार थी, लेकिन उन्होंने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को पांच साल तक आगे नहीं बढ़ने दिया. भजनलाल शर्मा सरकार के सत्ता में आने के बाद, तीन महीने के भीतर, हमने पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए. कांग्रेस सरकार ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की. आरक्षण पर संसद में चर्चा के दौरान राहुल बाबा के पिता राजीव गांधी ने इसके खिलाफ ढाई घंटे तक बात की. भले ही कांग्रेस पार्टी एससी, एसटी और ओबीसी आरक्षण हटाना चाहती है... हम इसकी अनुमति नहीं देंगे.  यह मोदी की गारंटी है.'

400 पार की बात पर कांग्रेस को होता है दर्द

राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण पर प्रकाश डालते हुए अमित शाह ने दावा किया कि सभी सीटों पर कांग्रेस का सफाया हो गया है. राजस्थान की बची हुई 13 सीटों पर 26 अप्रैल को दूसरे चरण में चुनाव होगा.  2019 में, भाजपा ने 25 में से 24 सीटें हासिल कर प्रचंड जीत दर्ज की, जबकि शेष एक सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल ने जीती थी. 

उन्होंने कहा,' जब हम 400 पार की बात करते हैं तो कांग्रेस के पेट में दर्द होने लगता है. वे झूठ फैला रहे हैं कि अगर बीजेपी को 400 सीटें मिलेंगी तो वे आरक्षण खत्म कर देंगे. मोदी जी ने राजस्थान के 87 लाख किसानों को किसान सम्मान निधि के रूप में 20 हजार करोड़ रुपये दिए.  3 लाख-लखपति दीदी बनाए, 51 लाख गरीबों के घरों में नल से जल पहुंचाया गया. 2 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिया गया. 86 लाख गरीबों के घरों में शौचालय बनाने का काम किया गया. कांग्रेस एक विकास विरोधी पार्टी है.'

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