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'बड़ी चेतावनी का संकेत दे रहा है गोल्ड', जोहो के फाउंडर श्रीधर वेम्बू ने क्यों कहा ऐसा?

Zoho Founder Sridhar Vembu: वेम्बू की यह टिप्पणी वैश्विक बाज़ार में बढ़ती अस्थिरता और आर्थिक स्थिरता को लेकर नई चिंताओं के बीच आई है, क्योंकि निवेशक सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं.

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
Zoho founder Sridhar Vembu
Courtesy: X

Zoho Founder Sridhar Vembu: चेन्नई स्थित सॉफ्टवेयर कंपनी ज़ोहो के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने वैश्विक वित्तीय बाजारों की स्थिरता पर चिंता व्यक्त की और कहा कि बढ़ती अनिश्चितता और धातु की बढ़ती कीमतों के बीच सोना एक बड़ी चेतावनी का संकेत दे रहा है. सोशल मीडिया X पर किए गए एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह आईएमएफ की पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ के अमेरिकी बाजारों के हालिया आकलन से सहमत हैं, जिसमें अतिमूल्यन और अत्यधिक उत्तोलन (अधिक कर्ज) से उत्पन्न होने वाले जोखिमों पर प्रकाश डाला गया है.

वेम्बू ने कहा कि अमेरिकी शेयर बाज़ार स्पष्ट रूप से एक बड़े बुलबुले में है. सिस्टम में मौजूद उत्तोलन की मात्रा का मतलब है कि हम 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट जैसी किसी प्रणालीगत घटना की संभावना से इनकार नहीं कर सकते. सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए, वेम्बू ने आगे कहा कि मैं सोने को निवेश नहीं मानता, बल्कि इसे वित्तीय जोखिम से सुरक्षा मानता हूं. अंततः, वित्त पूरी तरह से विश्वास पर आधारित है और जब कर्ज का स्तर ऊंचा हो जाता है, तो विश्वास टूट जाता है.

सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं निवेशक

वेम्बू की यह टिप्पणी वैश्विक बाज़ार में बढ़ती अस्थिरता को लेकर नई चिंताओं के बीच आई है, क्योंकि निवेशक सोने जैसी सुरक्षित निवेश वाली संपत्तियों की तलाश कर रहे हैं. इस बीच, अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद (जीजेसी) के संस्थापक सदस्य और पूर्व अध्यक्ष अनंत पद्मनाभन के अनुसार, आने वाले महीनों में सोने की कीमतें 1.50 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की उम्मीद है, क्योंकि केंद्रीय बैंक की खरीदारी और चीन और जापान में मजबूत सार्वजनिक मांग के कारण वैश्विक और घरेलू बाजारों में सोने की कीमतों में अभूतपूर्व तेजी देखी जा रही है.

'भारतीयों के घरों में खरबों रुपये का सोना जमा'

वैश्विक बाज़ारों में सोने की बढ़ती कीमतों के कारणों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्य कारण यह है कि केंद्रीय बैंक खरीदारी कर रहे हैं और अब जनता भी खरीदारी करने लगी है. कल मैंने पढ़ा कि चीन और जापान में लोग आभूषणों की दुकानों पर जाकर सोना खरीद रहे हैं. इसलिए यह अपने चरम पर है, हर कोई सोना खरीद रहा है. सोने की कीमत 30 घंटों के भीतर 150 डॉलर प्रति औंस बढ़ गई है. उन्होंने कहा कि इतिहास में सोने ने कभी ऐसी प्रतिक्रिया नहीं दी. उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि भारतीयों के घरों में खरबों रुपये का सोना जमा है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थिति को मिलाकर, भारत में सोने का भंडार सबसे ज़्यादा है. यह लगभग 25,000 से 30,000 टन के बीच है. हम इसकी कीमत का हिसाब नहीं लगा सकते.