नई दिल्ली: जैसे-जैसे क्विक कॉमर्स (क्यूकॉम) की होड़ तेज होती जा रही है, खरीदारी को और किफायती बनाने और कीमत के प्रति संवेदनशील ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्लेटफॉर्म एक निश्चित राशि से ज्यादा के ऑर्डर पर अतिरिक्त शुल्क माफ करने की कतार में लग गए हैं.
अपनी 'ऑल न्यू जेप्टो एक्सपीरियंस' पहल के तहत, यूनिकॉर्न जेप्टो 99 रूपये से ज्यादा के ऑर्डर पर कोई प्लेटफार्म शुल्क, डिलीवरी शुल्क या सर्ज चार्ज (रेन फीस या ज्यादा मांग के कारण अतिरिक्त शुल्क) नहीं ले रही है. 99 रूपये से कम के ऑर्डर के लिए, कंपनी वर्तमान में लगभग 30 रूपये का डिलीवरी शुल्क लेती है.
इसी तरह, स्विगी इंस्टामार्ट ने भी कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया है, हालांकि मुफ्त ऑर्डर की सीमा थोड़ी ज्यादा यानी 299 रूपये है. यह कदम कंपनी के 'नो नवंबर सर्ज' अभियान का हिस्सा है. हालांकि, इससे कम राशि के ऑर्डर पर, कंपनी हैंडलिंग शुल्क और वस्तु एवं सेवा कर (GST) ले रही है. इसमें डिलीवरी पर GST और सर्ज फीस और हैंडलिंग फीस पर GST शामिल है. 199 रूपये से कम के ऑर्डर के लिए मानक डिलीवरी शुल्क 30 रूपये है, और 199 रूपये से अधिक के ऑर्डर के लिए 16 रूपये है.
गौरतलब है कि प्लेटफार्म शुल्क वह राशि है जो कंपनियां अपने एप्लिकेशन चलाने और उनके रखरखाव जैसे कार्यों के लिए लेती हैं, जबकि डिलीवरी शुल्क डिलीवरी पार्टनर्स को जाता है.
एक अन्य क्यूकॉम कंपनी, ब्लिंकिट ने अपने मौजूदा शुल्क ढांचे में कोई बदलाव नहीं किया है. यह प्लेटफार्म 199 रूपये से अधिक के ऑर्डर पर मुफ्त डिलीवरी प्रदान करता है और साथ ही हैंडलिंग शुल्क भी लेता है. ब्लिंकिट 199 रूपये से कम के ऑर्डर पर 30 रूपये का डिलीवरी शुल्क लेता है. इसी तरह, ई-कॉमर्स प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट की क्यूकॉम शाखा, फ्लिपकार्ट मिनट्स भी 199 रूपये से अधिक मूल्य के ऑर्डर पर डिलीवरी शुल्क नहीं लेती है.
क्यूकॉम प्लेटफार्म बाजार हिस्सेदारी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, जेप्टो ने हाल ही में 7 बिलियन के मूल्यांकन पर लगभग 450 मिलियन के फंडिंग राउंड के समापन की घोषणा की है, और स्विगी इंस्टामार्ट भी 10,000 करोड़ रूपये का फंड जुटाने की तैयारी कर रहा है, संभवतः एक योग्य संस्थागत प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से.