Operation Sindoor: भारत की ओर से पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के चलते शेयर बाजार में गुरुवार को हल्की घबराहट जरूर देखने को मिली, लेकिन दिन चढ़ते ही बाजार ने खुद को संभाल लिया. बीएसई सेंसेक्स ने प्री-ओपन ट्रेड में थोड़ी गिरावट के साथ शुरुआत की थी, लेकिन कुछ ही देर में हरे निशान में लौट आया. बता दें कि सुबह 9:45 बजे तक निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में स्थिरता देखी गई. आमतौर पर ऐसे सैन्य अभियानों से बाजार में डर का माहौल बनता है, लेकिन इस बार वैसा नहीं हुआ.
ऑपरेशन का संतुलित और सटीक स्वरूप
वहीं, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वी.के. विजयकुमार ने कहा, ''बाजार के नजरिए से ऑपरेशन सिंदूर की सबसे अहम बात ये रही कि यह सटीक और गैर-आक्रामक था. इसलिए बाजार में घबराहट नहीं फैली.'' आगे उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत की जवाबी कार्रवाई को बाजार पहले ही डिस्काउंट कर चुका था, इसलिए इसका खास असर नहीं पड़ा. अब नजर इस बात पर है कि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया कैसी रहती है.
एफआईआई की जबरदस्त खरीदारी बना सहारा
डॉ. विजय कुमार के मुताबिक, बाजार की मजबूती की एक बड़ी वजह एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशकों) की निरंतर खरीदारी है. ''पिछले 14 ट्रेडिंग सेशंस में एफआईआई ने करीब ₹43,940 करोड़ की निवेश की है. कमजोर डॉलर और भारत की बेहतर ग्रोथ ने एफआईआई को आकर्षित किया है.'' उन्होंने बताया कि अब एफआईआई स्मॉलकैप और मिडकैप से हटकर लार्जकैप शेयरों में निवेश कर रहे हैं, जिससे बाजार को स्थिरता मिल रही है.
अस्थिरता बनी रहेगी, सतर्कता जरूरी
हालांकि बाजार फिलहाल स्थिर दिख रहा है, लेकिन अस्थिरता अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के रिसर्च हेड प्रशांत तापसे ने कहा, ''बाजार तीन बड़े जोखिमों के बीच झूल रहा है—आगे सैन्य तनाव बढ़ने की आशंका, वैश्विक व्यापारिक शुल्क को लेकर अनिश्चितता और अमेरिकी फेड की नीति.'' उन्होंने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर कहा कि, ''निफ्टी 24,171 पर सपोर्ट के साथ ट्रेड कर रहा है. ट्रेडर्स को 24,500-24,550 और बैंक निफ्टी को 54,600-54,900 के आस-पास बेचने की रणनीति अपनानी चाहिए.''