उस्मान हादी का शव सिंगापुर से बांग्लादेश पहुंच गया. कट्टरपंथी और भारत-विरोधी नेता शरीफ उस्मान हादी की सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत के बाद देशभर में उग्र प्रदर्शन शुरू हो गए. मीडिया संस्थानों, सांस्कृतिक केंद्रों और यहां तक कि शेख मुजीबुर रहमान के आवास को भी आग के हवाले कर दिया गया. इसी दौरान ईशनिंदा के आरोप में एक हिंदू व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या ने हालात को और भयावह बना दिया.
शरीफ उस्मान हादी ढाका में दिनदहाड़े गोलीबारी का शिकार हुआ था. बाइक पर सवार नकाबपोश हमलावरों ने उसे निशाना बनाया. गोली कान से आर-पार हो गई, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई. बाद में अंतरिम प्रशासन की निगरानी में उसे एयर एंबुलेंस से सिंगापुर भेजा गया, जहां कई दिन इलाज के बाद उनकी मौत हो गई.
जांच एजेंसियों के मुताबिक, हमले से एक रात पहले अहम संकेत मिले थे. मुख्य आरोपी फैसल करीम ने ढाका के बाहर एक रिसॉर्ट में अपनी करीबी मित्र मारिया अख्तर लीमा से कहा था कि अगला दिन पूरे देश को हिला देगा. पूछताछ में सामने आए इन बयानों से साजिश की आशंका गहरी हुई है.
पुलिस का मानना है कि यह हमला सुनियोजित था. एक पूर्व काउंसलर को मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है. करीब 20 लोगों की भूमिका संदिग्ध बताई गई है. छापेमारी में हथियार, गोलियां, मैगजीन और करोड़ों टका के चेक बरामद हुए हैं, जिससे बड़े पैमाने पर फंडिंग के संकेत मिले हैं.
हादी की मौत के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें फैसल की पत्नी, प्रेमिका और परिवार के सदस्य शामिल हैं. हालांकि, असली शूटर अभी भी फरार हैं. कुछ रिपोर्टों में उसके भारत भागने का दावा किया गया, लेकिन ढाका पुलिस ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
वहीं उस्मान हादी का पार्थिव शरीर ढाका पहुंच चुका है. हादी के पार्थिव शरीर को लेकर बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस की फ्लाइट BG-585 शाम 5:48 बजे (बांग्लादेश समय) सिंगापुर से ढाका में उतरी.