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Maruti Suzuki ने रचा इतिहास, 3 करोड़ यूनिट की बिक्री का आंकड़ा पार, आल्टो बेस्टसेलर

ऑटोमोबाइल निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के हिस्से मील का पत्थर आया है. जी हां, पहली कार मारुति 800 ग्राहक को सौंपने के 42 साल बाद कंपनी ने 3 करोड़ यूनिट की बिक्री का आंकड़ा पार कर इतिहास रच दिया है.

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Kanhaiya Kumar Jha

नई दिल्ली: भारत की अग्रणी ऑटोमोबाइल निर्माता मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. कंपनी ने घरेलू बाजार में कुल 3 करोड़ यात्री वाहनों की बिक्री पूरी कर ली है. इस तरह, मारुति सुजुकी यह मुकाम हासिल करने वाली देश की पहली पैसेंजर व्हीकल कंपनी बन गई है.मारुति सुजुकी ने यह मील का पत्थर 14 दिसंबर 1983 को अपनी पहली कार मारुति 800 ग्राहक को सौंपने के 42 साल बाद हासिल किया.

बिक्री का सफर

मारुति सुजुकी को अपनी पहली 1 करोड़ यूनिट बेचने में 28 साल 2 महीने लगे. इसके बाद, दूसरी करोड़ यूनिट तक पहुंचने में 7 साल 5 महीने और तीसरी करोड़ यूनिट बेचने में केवल 6 साल 4 महीने का समय लगा. यह दर्शाता है कि कंपनी की लोकप्रियता और बिक्री की गति लगातार बढ़ती रही है.

सबसे लोकप्रिय मॉडल

कंपनी का सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल ऑल्टो रहा है, जिसकी अब तक 47 लाख से अधिक यूनिट बिक चुकी हैं. इसके बाद वैगन आर (34 लाख+) और स्विफ्ट (32 लाख+) क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं. इसके अलावा ब्रेज़ा और फ्रोंक्स भी कंपनी के टॉप 10 बेस्टसेलिंग मॉडल्स में शामिल हैं. वर्तमान में मारुति सुजुकी भारत में 19 वाहन मॉडल्स बेचती है, जो विभिन्न पावरट्रेन और ट्रांसमिशन विकल्पों के साथ 170 से अधिक वेरिएंट्स में उपलब्ध हैं.

कंपनी का बयान

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ हिसाशी ताकेउची ने कहा कि जब मैं पूरे भारत को देखता हूं और सोचता हूं कि 3 करोड़ ग्राहकों ने मोबिलिटी के अपने सपने को साकार करने के लिए मारुति सुजुकी पर भरोसा जताया है, तो मैं विनम्रता और कृतज्ञता से भर जाता हूं. फिर भी, प्रति 1,000 लोगों पर लगभग 33 वाहनों की पहुंच के साथ, हमें पता है कि हमारा सफर अभी खत्म नहीं हुआ है. हम मोबिलिटी का आनंद अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहेंगे और साथ ही अर्थव्यवस्था व पर्यावरण दोनों के लिए एक परिसंपत्ति बनेंगे.

मारुति सुजुकी की यह उपलब्धि न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण भी है कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच कंपनी की विश्वसनीयता और लोकप्रियता कितनी गहरी है.