शनि का नाम सुनते ही लोगों के मन में डर बैठ जाता है, लेकिन शनि को एक न्यायप्रिय ग्रह माना गया है. शनिदेव को ज्योतिष में और 9 ग्रहों के परिवार का न्यायाधीश कहा जाता है. शनिदेव मनुष्यों को उसके अच्छे और खराब कर्मों का फल देते हैं. हर व्यक्ति की कुंडली में शनि की उपस्थिति रहती है. किसी व्यक्ति के ऊपर शनि की अच्छी और खराब दोनों दशा का प्रभाव हो सकता है. अगर आप अच्छे कर्म करते हैं तो शनि आपको शुभ फल देते हैं और यदि आप खराब कर्म करते हैं तो शनि आपको दंड भी देते हैं.
माना जाता है कि जिन लोगों पर शनि की शुभ दृष्टि रहती है, उन्हें किसी प्रकार का अभाव नहीं रहता है. वहीं, शनि की वक्री दृष्टि जिस पर पड़ती है, उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. माना जाता है कि जिससे शनि क्रोधित हो जाएं, उसे राजा से रंक बनने में समय नहीं लगता है.
यही वजह है कि लोग शनिदेव को प्रसन्न करना चाहते हैं. शनि के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं, परंतु इससे पहले ये जानना आवश्यक होता है कि शनि आपसे प्रसन्न हैं या नाराज हैं.
शनि की खराब दशा होने पर व्यक्ति के साथ कुछ घटनाएं होने लगती हैं.
आइए आचार्य विक्रमादित्य से जानते हैं कि कैसे पहचाने कि शनि आपको अशुभ फल दे रहे हैं.
ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि जब आपको मांस और मदिरा का सेवन करने की इच्छा ज्यादा होने लगे तो समझ लेना चाहिए कि आपके ऊपर शनि की कुदृष्टि पड़ चुकी है. आप पर शनि की महादशा शुरू होने वाली है. मान्यता है कि अगर आप अपनी इन गलत आदतों पर नियंत्रण कर लेते हैं या फिर शराब आदि से दूरी बना लेते हैं तो धीरे-धीरे शनि के अशुभ प्रभाव आप पर से समाप्त होने लगते हैं. ऐसे में व्यक्ति को मांस त्यागकर शाकाहारी भोजन लेना शुरू कर देना चाहिए. ऐसे लोगों का शनि भला करते हैं.
आपकी हथेलियों का रंग धीरे-धीरे काला होने लगे या फिर हाथ की रेखाओं में नीलापन आना शुरू हो जाए या फिर कहीं कहीं हाथ पर काले धब्बे नजर आने लगें तो समझ लें कि आपके ऊपर शनि का प्रकोप शुरू हो गया है. ऐसा माना जाता है कि शनि की खराब दशा में व्यक्ति के माथे की चमक फीकी पड़ने लगती है और चेहरा मुर्झाने लगता है. इसके साथ ही आंखों के नीचे कालापन या फिर गालों पर भी कालापन आना शुरू हो जाता है.
अगर कहीं से आपके जूते-चप्पल चोरी हो जाएं तो भी इसे शनि के अशुभ प्रभाव का असर माना जाता है. शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शनिवार के दिन किसी जरूरतमंद को काले जूते दान करने चाहिए.
घर, दुकान में या फिर आपकी फैक्ट्री में अचानक से आग लग जाए तो भी यह शनि के अशुभ प्रभाव को दर्शाता है. आपकी कुंडली में शनि की अशुभ दशा होने पर होने पर वे आपको इस प्रकार की घटनाओं से संकेत देते हैं. ऐसा होने पर आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाय आजमाने चाहिए और गलत कर्मों का त्याग कर देना चाहिए.
यदि आपके शरीर में अचानक से दर्द शुरू हो जाए और कमर दर्द के साथ शरीर के सभी जोड़ों में दर्द रहने लगे तो यह बहुत ही खराब संकेत माना जाता है. इसके साथ ही कान में परेशानी होने लगे या फिर हड्डियों में दर्द रहने लगे तो समझ लेना चाहिए कि शनि आपसे नाखुश हैं. शनि के अप्रसन्न होने पर आपके शरीर में आलस्य घर करने लगता है और आपका किसी काम में मन नहीं लगता है.
आपकी कुंडली में शनि की दशा खराब होने पर जीवनसाथी के साथ आपके संबंध अचानक से बिगड़ने लगते हैं और आपके घर-परिवार में क्लेश बढ़ जाता है. बिना वजह के कानूनी मामलों में फंसना भी शनि की खराब दशा का संकेत है.
जब आपके शरीर में अचानक से ऐसे परिवर्तन होने लगें कि आपका स्नान करने का भी मन न करे या फिर आपको गंदे वस्त्र पहनना भी खराब न लगे तो इसे भी शनि का अशुभ प्रभाव माना गया है. ऐसा होने पर लोग अपने सौंदर्य और वस्त्रों के प्रति लापरवाह होने लगते हैं और उनका सजने संवरने का मन नहीं करता है.