Astrology: 'याद क्यों नहीं आ रहा,' क्या आपकी भी याददाश्त है कमजोर? जानिए भूलने की आदत का असली दोषी ग्रह

बुध ग्रह को बुद्धि, संचार और याददाश्त का कारक माना जाता है. जब आपकी कुंडली में बुध कमजोर या नीच स्थान पर होता है, तो सोच-विचार में बाधा आती है और याददाश्त प्रभावित होती है. विशेष रूप से यदि बुध राशि परिवर्तन (Retrograde Mercury) की स्थिति में हो, तो अभिप्रेषण में गड़बड़ी और जानकारी को सही तरीके से स्टोर नहीं कर पाने की समस्या उत्पन्न होती है.

Pinterest
Reepu Kumari

Astrology: क्या आप भी बोलते-बोलते भूल जाते हैं बात, या फिर कोई सामान रख कर भूल जाते हैं. रोजमर्रा की भागदौड़ में कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें भूल जाना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह आदत लगातार बनी रहे तो जीवन पर असर पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का हमारे मानसिक स्वास्थ्य और स्मरण शक्ति पर सीधा प्रभाव होता है. चलिए जानते हैं कौन-सा ग्रह है आपकी याददाश्त कमजोर होने का मुख्य कारण.

बुध ग्रह को बुद्धि, संचार और याददाश्त का कारक माना जाता है. जब आपकी कुंडली में बुध कमजोर या नीच स्थान पर होता है, तो सोच-विचार में बाधा आती है और याददाश्त प्रभावित होती है. विशेष रूप से यदि बुध राशि परिवर्तन (Retrograde Mercury) की स्थिति में हो, तो अभिप्रेषण में गड़बड़ी और जानकारी को सही तरीके से स्टोर नहीं कर पाने की समस्या उत्पन्न होती है.

1. नीच या दोषग्रस्त बुध के संकेत

बार-बार छोटी बातें भूल जाना

कोई नाम, तारीख या पता याद न रहना

निर्णय लेने में समय लगना

लेखन-प्रस्तुति में अशुद्धियाँ

यदि ऊपर के लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो ग्रह दोष की जांच अवश्य करवाएं.

 उपाय एवं समाधान

रुद्राक्ष का धारण: दस मुखी रुद्राक्ष या बुध रुद्राक्ष धारण करने से बुध ग्रह संतुलित होता है.

हर दिन हरी सब्जियां: पालक, मेथी व धनिया आपके मस्तिष्क को आवश्यक विटामिन व खनिज प्रदान करते हैं.

बुधवार का व्रत: बुधवार को हल्का उपवास व हरे रंग के कपड़े पहनने से बुध की आराधना होती है.

जप और मंत्र: “ॐ ब्रां बृं ब्रौं सः बुधाय नमः” मंत्र का जाप स्मरण शक्ति में वृद्धि करता है.

अगर आप भी बार-बार छोटी-छोटी चीजें भूलते हैं, तो सबसे पहले अपनी कुंडली में बुध की स्थिति को देखें. उचित ज्योतिषीय सलाह एवं जीवनशैली में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपनी याददाश्त को तेज़ और दिमाग़ को चुस्त बना सकते हैं.