menu-icon
India Daily

'भगवान शिव हैं कृष्ण के साले...', अनिरुद्धाचार्य ने कुछ कहा ऐसा, भड़का संत समाज, अब मांगनी पड़ी माफी

Aniruddhacharya Row: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने भगवान कृष्ण और शिव पर ऐसा बयान दिया है, जिसकी वजह से हंगामा बरप गया है. उन्होंने कहा कि भगवान शिव, कृष्ण के साले लगते हैं. मथुरा के संतों को यह रास नहीं आया है. उनका कहना है कि सनातन धर्म में इस कथा का कहीं जिक्र नहीं है, उन्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं है.

auth-image
India Daily Live
Aniruddhacharya
Courtesy: Facebook/Aniruddhacharyajimaharaj

Aniruddhacharya again in Controversy: वृंदावन के गौरी गोपाल आश्रम के पीठाधीश्वर और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं. बिस्किट को 'विष कुट' और तुम्हारे कितने पति हैं जैसे बयानों से इंटरनेट पर वायरल हुए अनिरुद्धाचार्य ने कुछ ऐसा कहा है, जिस पर हंगामा भड़क गया है. अनिरुद्धाचार्य ने भगवान शिव को भगवान कृष्ण को साला बता दिया था. 

उन्होंने एक वायरल वीडियो में कहा था, 'श्रीकृष्ण का विवाह उज्जैन में हुआ था. इसलिए भगवान शिव, कृष्ण के साले लगते हैं.' उनके वायरल वीडियो पर संत समाज आक्रोशित हो गया था. संतों ने कहा कि उन्हें सनातन धर्म के संदर्भ ही नहीं पता हैं. उन्हें कोई जानकारी नहीं है. ऐसा संदर्भ सनातन धर्म में तो नहीं मिलता है. अनिरुद्धाचार्य को शास्त्रों का ही ज्ञान नहीं है.

विवाद बढ़ा तो मांगनी पड़ी माफी 

जब भगवान शिव को भगवान कृष्ण का साला बताने पर विवाद बढ़ा तो उन्होंने क्षमा मांगनी शुरू कर दी. अनिरुद्धाचार्य ने कहा, 'यदि संतों का दिल दुखा है तो मैं उन संतो के चरणों में अपना मस्तक रखकर करोड़ों-करोड़ों बार क्षमा प्रार्थना करता हूं. हम आपके बच्चे हैं गलती तो बच्चे ही करते हैं और मेरी वाणी से किसी भक्त का संतजन का दिल दुखा हो तो मैं उनसे करोड़ों-करोड़ों बार क्षमा प्रार्थी हूं.'

अनिरुद्धाचार्य से नाराज क्यों है संत समाज?

भगवान शिव को भगवान कृष्ण का साला बताने पर संत समाज भड़का. संतों ने मथुरा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया था और मांग की थी कि अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ एक्शन लिया जाए. विवाद भड़कने के बाद ऑनलाइन भी लोगों ने अनिरुद्धाचार्य को ट्रोल करना शुरू कर दिया.  उन्होंने कहा कि हिंदू भगवानों के बारे में अनाप-शनाप कहा जा रहा है, इसके खिलाफ एक्शन होना चाहिए. संत समाज की बढ़ती नाराजगी की वजह से अनिरुद्धाचार्य ने उनसे माफी मांगते हुए कहा कि हमने ऐसा नहीं कहा है. अगर संत समाज को लगता है कि गलती हमारी तो हम माफी मांगते हैं.