'डिब्बा' बना स्विट्जरलैंड का 'सुसाइड पॉड,' इच्छामृत्यु लेने वाली थी महिला लेकिन अचानक हो गया खेल!
What Is Suicide Pod: सुसाइड पोड मशीन एक बटन दबाते ही अंदर नाइट्रोजन का लेवल तेजी से बढ़ जाता है. इसके बाद सिर्फ 5 सेकेंड के अंदर ऑक्सीजन की कमी से इंसान बेहोश हो जाता है और लगभग 10 मिनट के अंदर व्यक्ति बिना दर्द की मर जाता है. कंपनी का मानना है कि सुसाइड पॉड के कोई नुकसान नहीं है और इसे आसानी से इस्तेमाल किया जाता है. इसे इस्तेमाल करने से पहले व्यक्ति का मेंटल चेकअप किया जाता है.
Suicide Pod Case: हाल ही में स्विट्जरलैंड देश में एक ऐसा इनोवेशन हुआ है जिसमें सिर्फ एक बटन दबाकर आराम से मर सकते हैं. इस मशीन को सुसाइड पोड कहा जाता है. इससे बिना मेडिकल फेसेलिटी इस्तेमाल किए इंसान मर सकता है. अब एक अमेरिकी महिला इच्छामृत्यु के लिए अयोग्य न होने के बाद लापता हो गई. कंपनी के अनुसार यह पहली व्यक्ति बनने वाली थी जो सुसाइड पोड द्वारा मरने वाली थी.
55 साल की महिला, जिसे पर्सन एक्स कहा जाता था, 'सरको' पॉड का इस्तेमाल करने के लिए स्विट्जरलैंड की यात्रा कर रही थी. हालांकि, मशीन के आविष्कारक डॉ. फिलिप निट्स्के ने कहा कि 17 जुलाई को उनकी मृत्यु की योजना बनाई गई थी, जिसे अब कैंसिल कर दी गई क्योंकि उन्हें पता चला है कि वह "deteriorating mental health" का सामना कर रही हैं.
महिला हुई लापता
महिला को यह खबर पता लगने के बाद जुलाई महीने के बीच में लापता हो गई और अब कंपनी उसे ढूंढने में काफी मुश्किलों का सामना कर रही है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्यूरिख कैंटोनल पुलिस ने 30 जुलाई (मंगलवार) को उसके लापता होने की जानकारी दी थी. डॉ. फिलिप निट्स्के ने मृत्यू की फैसले को कैंसिल कर देने पर सफाई देते हुए कहा, उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें इच्छामृत्यु के बजाय मानसिक स्वास्थ्य देखभाल मिलनी चाहिए.
कैसे होती है सुसाइड पोड में मौत
इस मशीन के अंदर व्यक्ति को डाला जाता है. इस मशीन में मौजूद एक बटन दबाते ही अंदर नाइट्रोजन का लेवल तेजी से बढ़ जाता है. इसके बाद सिर्फ 5 सेकेंड के अंदर ऑक्सीजन की कमी से इंसान बेहोश हो जाता है और लगभग 10 मिनट के अंदर व्यक्ति बिना दर्द की मर जाता है. कंपनी का मानना है कि सुसाइड पॉड के कोई नुकसान नहीं है और इसे आसानी से इस्तेमाल किया जाता है.
सुसाइड पॉड इस्तेमाल करने की शर्तें
सुसाइड पॉड को इस्तेमाल करने के लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं. जिसमें पहली शर्त है कि सुसाइड पॉड वह व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है जो मानसिक तौर फिट हो. इसके साथ सुसाइड पॉड का इस्तेमाल करने से पहले व्यक्ति का मेंटल चेकअप किया जाता है.
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