शादी की रस्मों में अक्सर ढोलक और पारंपरिक गीत सुनाई देते हैं, लेकिन इस शादी में नजारा कुछ अलग था. मुंह दिखाई के दौरान एक नई दुल्हन घूंघट ओढ़े बैठी थी. हाथ में गिटार, होंठों पर मुस्कान और सुरों में आत्मविश्वास साफ झलक रहा था. जैसे ही उन्होंने गाना शुरू किया, माहौल ठहर सा गया और हर नजर उन्हीं पर टिक गई.
वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होते ही तेजी से वायरल होने लगा. लोग न सिर्फ आवाज की तारीफ कर रहे हैं, बल्कि दुल्हन के आत्मविश्वास और सादगी की भी सराहना कर रहे हैं. देखते ही देखते तान्या को 'गिटार वाली बहू' के नाम से पहचान मिलने लगी.
तान्या सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली हैं और फिलहाल सहारनपुर के मुन्नालाल देवी डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं. शादी के बाद मुंह दिखाई की रस्म के दौरान उन्होंने पहले ढोलक पर गाना गाया. इसके बाद पति आदित्य गौतम के कहने पर उन्होंने गिटार उठाया और फिल्मी गीत गाकर माहौल बना दिया.
ये तान्या सिंह हैं। म्यूजिक की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। गिटार वाली दुल्हन के नाम से सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुईं।
तान्या के पति आदित्य गौतम सहारनपुर में एसडीओ हैं। दोनों ने त्रियुगी नारायण में शादी की थी।
दोनों की मुलाकात मेट्रोमोनियल साइट पर हुई थी।#dulhan#gitar pic.twitter.com/u7zkcgrFJe— shyam jee mishra (@PremprakshShyam) December 6, 2025Also Read
तान्या का संगीत से रिश्ता बचपन से रहा है. उनकी मां अच्छा गाती हैं और बेटी को मंच पर देखने का सपना रखती थीं. ग्रेजुएशन के दौरान उन्हें आगरा के एक संगीत विद्यालय में दाखिला मिला. गिटार उन्होंने कभी औपचारिक रूप से नहीं सीखा, बल्कि कोविड लॉकडाउन में यूट्यूब वीडियो देखकर खुद अभ्यास किया.
वीडियो वायरल होने के बाद घूंघट को लेकर बहस भी शुरू हुई. तान्या ने साफ कहा कि घूंघट उनकी अपनी पसंद थी. वह दुल्हन के रूप में सभी रस्म निभाना चाहती थीं. उन्होंने बताया कि घूंघट में उन्हें सहज महसूस हो रहा था और परिवार की नजर से बचाने की भावना भी जुड़ी थी.
तान्या बताती हैं कि उन्हें दोनों परिवारों का पूरा समर्थन मिल रहा है. पति आदित्य गौतम बिजली विभाग में एसडीओ हैं और शुरू से उनके हुनर को आगे बढ़ाने के पक्ष में रहे हैं. तान्या अब आगे भी गाने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर साझा करने की योजना बना रही हैं.
तान्या और आदित्य की मुलाकात एक मैट्रिमोनियल साइट के जरिए हुई थी. परिवारों की सहमति से रिश्ता तय हुआ. 28 नवंबर 2025 को उत्तराखंड के त्रियुगी नारायण मंदिर में बेहद सादगी से शादी हुई. बिना दिखावे, सीमित लोगों की मौजूदगी में यह शादी अब अपनी अलग कहानी के लिए पहचानी जा रही है.