गेट्सहेड की एक घटना ने स्थानीय लोगों को झकझोर दिया जब दो महिलाएं शराब के नशे में स्कूल जाते बच्चों और राहगीरों के सामने दुकान के दरवाजे पर अश्लील हरकत करने लगीं. यह मामला अदालत तक पहुंचा और सुनवाई में सामने आया कि घटना के बाद आरोपी महिला ने पुलिसकर्मी पर हमला किया और पुलिस स्टेशन में तोड़फोड़ भी की. अब अदालत ने इस मामले में कड़ी टिप्पणी करते हुए फैसला सुनाया है.
घटना बीते दिसंबर की है जब 40 साल की सारा क्रॉफर्ड और 42 साल की रोजालिंड फिट्जगेराल्ड ने पूरी रात पार्टी में शराब पीने के बाद सुबह करीब पौने नौ बजे सार्वजनिक जगह पर एक-दूसरे के साथ अश्लील हरकत करना शुरू कर दिया. यह नजारा गेट्सहेड के बर्टले इलाके की यॉर्क रोड पर देखा गया, जहां से बच्चे स्कूल जा रहे थे और लोग रोजमर्रा के कामों के लिए गुजर रहे थे. यह देखकर कई लोग भड़क उठे और तुरंत पुलिस को सूचना दी.
मामला कोर्ट पहुंचा और दोनों महिलाओं ने अदालत में सार्वजनिक अश्लीलता के आरोप कबूल कर लिए. अदालत ने रोजालिंड फिट्जगेराल्ड को मई में ही एक साल के कम्युनिटी ऑर्डर और 120 पाउंड का जुर्माना लगाकर छोड़ दिया. वहीं, सारा क्रॉफर्ड के मामले में रिपोर्ट तैयार करने के लिए सुनवाई टाल दी गई थी.
रिपोर्ट तैयार होने से पहले ही जून में क्रॉफर्ड फिर से विवाद में फंस गई. डर्हम शहर में उसने सड़क पर हंगामा किया और पुलिस के सामने आपा खो दिया. बताया गया कि उसने सड़क पर दुकान का सामान फेंका और पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद हवालात में गंदगी फैलाई, जिससे सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा. इन कृत्यों के चलते उस पर सार्वजनिक अव्यवस्था, पुलिसकर्मी पर हमला और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसे गंभीर आरोप लगे.
पेटरली मजिस्ट्रेट कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई में सारा क्रॉफर्ड को चार महीने की जेल की सजा सुनाई, हालांकि यह सजा 12 महीने के लिए सस्पेंड कर दी गई. उसे छह महीने के भीतर 25 दिन का पुनर्वास कार्यक्रम पूरा करना होगा. इसके अलावा उसे जुर्माना और हर्जाना भरने का भी आदेश दिया गया है. कोर्ट में क्रॉफर्ड ने कहा कि अब वह शराब से दूरी बनाना चाहती है और अपनी गलतियों से शर्मिंदा है.