श्रीकाकुलम: आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के बंदापल्ली आदिवासी बालिका आश्रम स्कूल का एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है. एक टीचर आराम से बैठकर फोन पर बात करती दिख रही है, जबकि दो छात्राएं स्कूल टाइम में उसके पैर दबा रही हैं. टीचर आराम से चेयर पर पैर लंबे करके बैठी हैं और स्कूल की छात्रा उसकी मालिश कर रही हैं.
वीडियो क्लास चलते समय बनाई गई. क्लास में टीचर की ऐसी हरकत देखकर कई लोगों ने गुस्सा जताया है. साथ ही पद के दुरुपयोग और सरकारी संस्थानों में आदिवासी छात्रों से बर्ताव को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. इंटीग्रेटेड ट्राइबल डेवलपमेंट एजेंसी आईटीडीए) के सीतामपेटा परियोजना अधिकारी पवार स्वप्निल जगन्नाथ ने शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर जाँच के आदेश दिए हैं.
At Bandapalli Girls Tribal Ashram School in Meliyaputti mandal, Srikakulam district, a teacher shamelessly made two young girl students massage her feet while she sat arrogantly talking on her cellphone. The disgraceful act, exposed belatedly, has enraged parents and locals.… pic.twitter.com/yTZqz9Rls8
— YSR Congress Party (@YSRCParty) November 4, 2025
अपनी सफाई में शिक्षिका ने दावा किया कि वह घुटने के दर्द से पीड़ित थी और उस दिन पहले गिर गई थी. उन्होंने आगे कहा कि छात्रों ने केवल उसकी मदद की थी और वीडियो में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है.
टीचर को किया गया सस्पेंड
आईटीडीए के प्रोजेक्ट अफसर पवार स्वप्निल जगन्नाथ ने जांच के आदेश दिए और जांच लंबित रहने तक महिला टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है. इस घटना ने आदिवासी बच्चों की शिक्षा और कल्याण के लिए बने आश्रम स्कूलों में निगरानी को लेकर चिंताएं फिर से बढ़ा दी हैं.
इस वर्ष फरवरी में आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में एक अन्य घटना में एक सरकारी स्कूल की शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया था, क्योंकि एक वीडियो में उसे रंगमपेटा मंडल के वेंकटपुरम गांव के एक स्कूल में छात्रों से अपनी कार धोने और निजी काम करने के लिए मजबूर करते हुए दिखाया गया था. शिक्षा विभाग ने कहा कि छात्रों को ऐसे व्यक्तिगत कार्य सौंपना शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के मानदंडों का उल्लंघन है.