'मैं बहुत हॉर्नी महसूस कर रही हूं, रात भर...', महिला टीचर ने नाबालिग छात्र को भेजे कामुक टेक्सट और वॉयस मैसज, ऐसे खुला राज

ब्रिजवॉटर हाई स्कूल की पूर्व शिक्षिका लियान बार्कले को एक नाबालिग को अनुचित और यौन प्रकृति के संदेश भेजने के मामले में यूके की टीचर रेगुलेशन एजेंसी ने स्थायी रूप से प्रतिबंधित कर दिया है.

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Kuldeep Sharma

ब्रिटेन में एक पूर्व शिक्षिका द्वारा एक नाबालिग बच्चे को भेजे गए अनुचित संदेशों का मामला गंभीर कार्रवाई में बदल गया है. जांच में सामने आया कि लियान बार्कले नाम की इस शिक्षिका ने कई महीनों तक ऐसे संदेश, वॉइस नोट्स और कॉल किए, जिनका स्वर पूरी तरह अनुचित और सीमा-लांघने वाला था. 

पैनल ने माना कि बार्कले ने शिक्षक-छात्र संबंधों के बुनियादी मानकों को तोड़ा और उनका व्यवहार पेशेवर आचरण के बिल्कुल विपरीत था. इस मामले में अब उन्हें अनिश्चितकाल के लिए शिक्षण से प्रतिबंधित कर दिया गया है.

अनुचित संदेशों के उजागर होने से शुरू हुआ मामला

2019 में सामने आए संदेशों से पता चला कि बार्कले ने मार्च से जुलाई तक एक ऐसे बच्चे से संपर्क बनाए रखा, जो उनके स्कूल का छात्र नहीं था. इन संदेशों में निजी बातें, यौन संदर्भ और अनुचित भाषा शामिल थी. पैनल ने पाया कि बातचीत का स्वर एक वयस्क शिक्षक द्वारा किसी नाबालिग से किए जाने योग्य नहीं था और इनसे उनके इरादों पर गंभीर सवाल खड़े हुए.

वॉइस नोट्स और चैट ने बढ़ाई गंभीरता

जांच रिपोर्ट में ऐसे कई वॉइस नोट्स दर्ज हैं, जिनमें बार्कले ने बच्चे से ‘बेबी’, ‘तुम मेरे हो’ और ‘कडल’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. कुछ ऑडियो क्लिप्स में उन्होंने बिस्तर की चादरों के रंग को लेकर भी निजी और अनुपयुक्त टिप्पणियां कीं. पैनल ने कहा कि शिक्षक द्वारा ऐसे संदेश भेजना किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं हो सकता.

पुलिस जांच और स्कूल की कार्रवाई

2019 में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने बच्चे से पूछताछ की. इसके तुरंत बाद बार्कले को स्कूल ने निलंबित कर दिया. उन्होंने 2020 में इस्तीफा दे दिया, लेकिन स्कूल की आंतरिक जांच जारी रही. 2021 में पुलिस ने कार्रवाई बंद कर दी, हालांकि पेशेवर आचरण के आधार पर मामला टीचर रेगुलेशन एजेंसी तक पहुंचा और सुनवाई आगे बढ़ी.

बार्कले की सफाई और पैनल की आपत्ति

बार्कले ने कहा कि बच्चा उनके परिवार से जुड़ा था और वह संबंध 'बहन जैसा' था. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ आरोप 'होमोफोबिक' हैं. हालांकि पैनल ने माना कि प्रस्तुत संदेश और वॉइस नोट्स पेशेवर सीमाओं का गंभीर उल्लंघन थे और उन्हें किसी भी रूप में सामान्य दोस्ती या पारिवारिक संबंध नहीं माना जा सकता.

शिक्षण पर स्थायी प्रतिबंध

पैनल ने निष्कर्ष निकाला कि संदेशों की प्रकृति संभावित रूप से यौन संबंध की ओर संकेत करती है तथा उनका ऐसा व्यवहार शिक्षण पेशे की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाता है. टीचर रेगुलेशन एजेंसी के प्रमुख मार्क केवी ने आदेश जारी करते हुए कहा कि बार्कले पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाया जाता है. अब वह इंग्लैंड के किसी भी स्कूल, कॉलेज या बच्चों से जुड़े संस्थान में शिक्षण नहीं कर सकेंगी.