महाराष्ट्र का सिंधुदुर्ग इलाका. एक महिला, लोहे की जंजीरों में पेड़ से बंधी हुई मिली तो लोग सन्न रह गए. महिला पेड़ से बंधी थी और लगातार सिसक रही थी. वह कई दिनों से भूखी थी. महिला अमेरिकी नागरिक है, उसका वीजा खत्म हो गया है उसके पास ए आधार कार्ड भी है. महिला मानसिक रूप से बीमार भी है. महिला के पास जब पुलिस पहुंची तो वह कुछ भी नहीं बता पाई.
महिला के पासपोर्ट की फोटोकॉपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. उसके पास तमिनलनाडु के पते का एक आधार कार्ड भी है. पुलिस ने कहा है कि महिला ने कई दिनों से कुछ नहीं खाया है. महिला बारिश में खूब भीगी है और अब इतनी कमजोर हो गई है कि बोल तक नहीं पा रही है. महिला का शरीर देखने में भी बेहद कमजोर लग रहा है, हड्डियां नजर आ रही हैं.
महिला को पहले महाराष्ट्र के सावंतवादी अस्पताल में भर्ती कराया गया. कोंकण इलाके में उसे रेफर किया गया. पुलिस का कहना है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उसे गोवा मेडिकल कॉलेज में सही इलाज के लिए भेजा गया है. अब वह खतरे से बाहर है.
महिला का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा है कि वह मानसिक समस्याओं से जूझ रही है. पुलिस ने यह भी कहा है उसके पास से कुछ डॉक्टरों की लिखी हुई दवाइयों की पर्ची भी मिली है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घने जंगल में कौन उसे पेड़ों से बांधकर गया है, यह पता नहीं चल रहा है. वह बोल तक नहीं पा रही है. वह कितने दिनों से यहीं बंधी थी यह भी नहीं पता है. लोगों का कहना है कि उसके पति ने उसे पेड़ से बांधकर छोड़ दिया है. उसका पति तमिलनाडु का निवासी है.
पुलिस ने कहा, 'हमें उसके पास आधार कार्ड मिला है. तमिलनाडु के पते का जिक्र है. उसके पास पासपोर्ट की एक फोटोकॉपी भी है. उसका वीजा खत्म हो चुका है. हम उसके दस्तावेजों की जांच करा रहे हैं कि उसकी राष्ट्रीयता क्या है. पुलिस विदेशी रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिस में दस्तावेजों को सत्यापित करा रही है.'
अब तक सामने आई जानकारी के मुताबिक महिला बीते 10 साल से भारत में रह रही है. पुलिस टीम तमिलनाडु के लिए रवाना हो चुकी है. महिला के रिश्तेदारों को तलाशा जा रहा है. महिला जंगल में कैसे पहुंची, यह बात, अभी तक पता नहीं चल सका है. यह दावा किया जा रहा है कि महिला के पति या परिवार के किसी सदस्य ने उसे जंगल में छोड़ा है.