No AC Inside Flight: एयर इंडिया की दिल्ली-पटना फ्लाइट में रविवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई. फ्लाइट में एयर कंडीशनिंग (AC) सिस्टम फेल हो गया, जिससे यात्रियों को भीषण गर्मी में पसीने से तर-बतर होना पड़ा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसने एयरलाइन की तैयारियों और यात्रियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. वायरल वीडियो में दिल्ली-पटना फ्लाइट के यात्री गर्मी से परेशान नजर आए. एक यात्री ने वीडियो में बताया कि फ्लाइट का AC एक घंटे से ज्यादा समय से काम नहीं कर रहा था. बच्चे और दूसरे यात्री गर्मी से बेहाल थे.
यात्री बोर्डिंग पास और किताबों को पंखे की तरह इस्तेमाल करते दिखे. वीडियो में एक यात्री ने कहा, 'कोई कर्मचारी मदद के लिए नहीं आया. बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है.' यह वीडियो एक पत्रकार ने सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हुआ.
वीडियो शेयर करते हुए पत्रकार ने लिखा, 'यह एयर इंडिया की दिल्ली-पटना फ्लाइट है. इसे देखिए और सुनिए. लिखने से कोई फर्क पड़ने की उम्मीद नहीं है. 10 दिन पहले पटना-दिल्ली फ्लाइट में भी यही हाल था.' उन्होंने एयरलाइन की लिए गए कि इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है, खासकर जब देश में भीषण गर्मी पड़ रही है. पत्रकार ने बताया कि उन्होंने पहले भी इस तरह की शिकायत उठाई थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ.
ये एयर इंडिया की दिल्ली पटना फ्लाइट है।बताने की ज़रूरत नहीं,सिर्फ़ इनको देखिए और सुनिए।लिखने का कोई असर होगा इसकी उम्मीद नहीं है।अभी 10 दिन पहले पटना दिल्ली फ्लाइट का भी ऐसा ही हाल था।तब भी लिख कर ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की थी।@airindia @RamMNK pic.twitter.com/Lu1fGUQYqj
— Sukesh Ranjan (@RanjanSukesh) May 18, 2025
वीडियो में साफ दिख रहा है कि यात्री गर्मी से परेशान हो रहे हैं. कई यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें एक घंटे से ज्यादा समय तक बिना AC के फ्लाइट में बैठना पड़ा. बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई. एक यात्री ने कहा, 'यह अमानवीय है'.
वायरल वीडियो के बाद एयर इंडिया ने जवाब दिया. एयरलाइन ने कहा, 'हम अपने ग्राहकों की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं. इस मामले की पूरी जांच की जाएगी. हमारी टीम को तुरंत सहायता के लिए निर्देश दिए गए हैं.' हालांकि, यात्रियों और नेटिज़न्स ने इस बयान को नाकाफी बताया. कई लोगों ने मांग की कि एयरलाइन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए.