'सिस्टर, मेरी बेटी को सेनेटरी पैड चाहिए, नीचे से ब्लड...', इंडिगो की लापरवाही से तड़पते पिता की बेबसी का वीडियो आया सामने
इंडिगो की भारी फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी के बीच एक पिता का वीडियो वायरल हो गया जिसमें वह अपनी बेटी के लिए सेनेटरी पैड मांगते हुए मदद की गुहार लगा रहा है. एयरपोर्ट पर फैली अव्यवस्था को लेकर यात्रियों में गुस्सा है और राहुल गांधी ने भी इस स्थिति पर सवाल उठाए हैं.
देश के कई एयरपोर्ट इन दिनों तनाव, भीड़ और अव्यवस्था की तस्वीर बने हुए हैं. वजह है इंडिगो की लगातार कैंसिल और घंटों लेट हो रही उड़ानें. यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह बिगड़ गई हैं और हजारों लोग एयरपोर्ट पर फंसे हुए मदद का इंतजार कर रहे हैं.
रुवार 5 दिसंबर की स्थिति ने इस संकट को और बढ़ा दिया. रिपोर्ट्स के अनुसार इंडिगो ने एक ही दिन में 550 से ज्यादा उड़ानें कैंसिल कर दीं. इनमें देश और विदेश दोनों तरह की फ्लाइट्स शामिल थीं. एयरलाइन ने इसे ऑपरेशनल दिक्कत बताया, लेकिन इसका खामियाजा यात्रियों को झेलना पड़ा जिनमें कई लोग जरूरी यात्रा के कारण बेहद परेशान नजर आए.
एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों की शिकायत
एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों ने शिकायत की कि उन्हें बेसिक जानकारी भी नहीं दी जा रही. कई लोग सुबह से एयरपोर्ट पर बैठे रहे, लेकिन पानी और आवश्यक सुविधाएं तक उपलब्ध नहीं कराई गईं. कोई बुजुर्ग पिता के अंतिम संस्कार में जाना चाहता था, कोई बीमार मां को ले जा रहा था, कोई नौकरी का जरूरी इंटरव्यू पकड़ना चाहता था, लेकिन फ्लाइट रद्द होने से सभी की योजनाएं टूट गईं. इसी अराजकता के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसने लोगों को हिला कर रख दिया.
पिता की मदद पुकार
वीडियो में एक परेशान पिता इंडिगो स्टाफ की ओर देख कर चिल्लाता है सिस्टर मेरी बेटी को सेनेटरी पैड चाहिए नीचे से खून गिर रहा है. वह बार बार गुहार लगाता है लेकिन शोर और भीड़ में उसकी आवाज स्टाफ तक ठीक से पहुंचती ही नहीं. वीडियो देखकर लोग बेहद भावुक और गुस्से में दिखे. यह केवल एक पिता की व्यथा नहीं थी बल्कि उस अव्यवस्था की तस्वीर थी जिसमें यात्रियों को बेसिक जरूरतों के लिए भी तरसना पड़ रहा था.
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने कहा कि यह वीडियो बताता है कि कुप्रबंधन की कीमत आम लोग कितने दर्दनाक रूप में चुकाते हैं. देश की सबसे बड़ी एयरलाइन होने के बाद भी इंडिगो यात्रियों की न्यूनतम जरूरतों का प्रबंधन क्यों नहीं कर पा रही, यह बड़ा सवाल बना हुआ है.
सवालों के घेरे में इंडिगो
लोग पूछ रहे हैं कि अगर एक दिन में 550 फ्लाइट्स कैंसिल होती हैं तो एयरलाइन की तैयारियां कहां थीं. क्या यात्रियों को इंतजार में छोड़ देना ही समाधान है. कई लोगों ने यह भी कहा कि बड़ी कंपनियां जब जिम्मेदारी से बचती हैं तो आम लोगों को ही इसकी सबसे बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है.
कई यात्रियों ने बताया कि घंटों खड़े रहने के बाद भी उन्हें सही जानकारी, मार्गदर्शन या सहायता नहीं मिली. इंडिगो की ओर से भी कोई स्पष्ट अपडेट नहीं आने से लोग और ज्यादा परेशान होते गए.