2 नाबालिग छात्रों से पहले किया जबरदस्ती सेक्स फिर भेजे न्यूड फोटो, ऐसे पकड़ी गई टीचर की घिनौनी हरकत

अमेरिका के न्यू जर्सी की एक शिक्षिका ने अपने दो नाबालिग छात्रों के साथ यौन संबंध बनाने और उन्हें अश्लील तस्वीरें भेजने का जुर्म कबूल किया है. 37 वर्षीय जूली रिज़िटेलो को इस मामले में 10 साल की जेल हो सकती है. कोर्ट ने उनकी सज़ा के ऐलान की तारीख 9 जनवरी 2026 तय की है.

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Kuldeep Sharma

शिक्षक को समाज में सबसे बड़े भरोसे और सम्मान के प्रतीक के रूप में देखा जाता है, लेकिन न्यू जर्सी से सामने आई एक चौंकाने वाली घटना ने इस भरोसे को तोड़ दिया. वॉल टाउनशिप हाई स्कूल की पूर्व शिक्षिका जूली रिज़िटेलो ने अपने दो छात्रों के साथ शारीरिक संबंध बनाने और उन्हें न्यूड तस्वीरें भेजने की बात स्वीकार कर ली है. उनके इस अपराध ने न केवल पीड़ित छात्रों को झकझोर दिया, बल्कि पूरे स्कूल समुदाय को भी गहरा आघात पहुंचाया है.

अभियोजन पक्ष के अनुसार, जूली रिज़िटेलो ने 29 अगस्त 2024 को अदालत में दो मामलों में दोषी होने की बात स्वीकार की. उन्होंने अप्रैल से जून 2024 के बीच एक 18 वर्षीय छात्र के साथ कई बार अपनी कार में यौन संबंध बनाए. जांच तब शुरू हुई जब स्कूल प्रशासन को एक अज्ञात टिप मिली. पुलिस ने जब छात्र का मोबाइल फोन खंगाला तो उसमें कई अश्लील तस्वीरें और चैट्स मिलीं, जिससे शिक्षिका की करतूतें उजागर हो गईं.

दूसरा मामला और पुराना अपराध

जूली की गिरफ्तारी 3 जुलाई 2024 को हुई थी. इसी दौरान एक और पुराना मामला सामने आया. इसमें आरोप था कि 2017 से 2018 के बीच उन्होंने एक 17 वर्षीय छात्र के साथ भी संबंध बनाए थे. इस खुलासे ने यह साबित कर दिया कि उनका अनुचित व्यवहार लंबे समय से चलता आ रहा था. यह मामला शिक्षिका की गहरी गिरावट और उनके पेशेवर आचरण पर गंभीर सवाल खड़े करता है.

कोर्ट की सख्ती और कानूनी अंजाम

मोनमाउथ काउंटी प्रॉसीक्यूटर ऑफिस ने बताया कि जूली को 10 साल की जेल की सज़ा हो सकती है. इसके साथ ही उन्हें यौन अपराधी के रूप में पंजीकरण कराना होगा और जिंदगी भर पैरोल निगरानी में रहना होगा. इसके अलावा, अभियोजन पक्ष यह भी सुनिश्चित करेगा कि वह कभी दोबारा सार्वजनिक पद पर न रह सकें. यह फैसला यह संदेश देता है कि ऐसे अपराध किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.

समाज में भरोसे को चोट

जूली रिज़िटेलो 2013 से वॉल टाउनशिप पब्लिक स्कूल्स में पढ़ा रही थीं और नौवीं कक्षा की अंग्रेजी व SAT तैयारी की क्लास लेती थीं. गिरफ्तारी से ठीक पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. पुलिस चीफ सीन ओ’हैलोरन ने इस मामले को 'भरोसे पर विश्वासघात' बताया और पीड़ित छात्रों की हिम्मत की तारीफ की. उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओं की सुरक्षा उनके विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इस घटना ने यह साफ कर दिया कि समाज को ऐसे मामलों में और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.