जब से अदालतों की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक होने लगी है तब से कोर्ट से कई रोचक मामले सामने आते हैं. कभी वकील जज से बहस करने लगते हैं तो कभी जज उनको बाहर निकालने की धमकी दे डालते हैं. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट से सामने आया. सु्प्रीम कोर्ट में हो रही सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ एक वकील पर इस कदर भड़क गए कि सिक्योरिटी बुलाकर उन्हें बाहर निकलवाने की धमकी दे डाली. इतना ही नहीं, बहस इस स्तर तक पहुंच गई कि चीफ जस्टिस और वकील मैथ्यूज नेदुम्पारा दोनों ही अपना-अपना अनुभव गिनाने लगे. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रहे हैं.
सोशल मीडिया पर एक वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है. इस वीडियो में चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के वकील मैथ्यूज नेदुम्पारा को फटकार लगा रहे हैं कि वह बीच में न बोलें और दूसरे वकील को बोल लेने दें. इसी रोका-टोकी को लेकर दोनों में बहस होने लगी. बहस के बावजूद जब मैथ्यूज चुप नहीं हो रहे थे तब चंद्रचूड़ ने यह तक कह दिया कि अगर आप चुप नहीं होंगे तो सिक्योरिटी बुलाकर आपको बाहर कर दिया जाएगा. काफी देर तक बहस के बाद भी मैथ्यूज चुप नहीं हो रहे थे. बता दें कि पहले भी ऐसे कई मौके आए हैं जब मैथ्यूज और चीफ जस्टिस की बहस हो चुकी है.
मैथ्यूज़ नेदुम्परा कुछ अलग ही मिट्टी के बने हैं। pic.twitter.com/7aBpExWAaG
— Sanket Upadhyay (@sanket) July 23, 2024
मामला नीट-यूजी केस की सुनवाई का है. अक्सर शांत रहने वाले डी वाई चंद्रचूड़ वकील मैथ्यूज नेदुम्पारा पर नाराज हो गए थे. वह साल 1984 से वकालत कर रहे हैं. सबसे पहले उन्होंने केरल बार काउंसिल में अपना रजिस्ट्रेशन कराया था. इतने सालों में वह तमाम सेक्टर से जुड़े केसों पर काम कर चुके हैं. न्यायिक पारदर्शिता और सुधार से जुड़ी फर्म की स्थापना करने वाले वकील मैथ्यूज काफी चर्चित वकीलों में से एक हैं.
मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में वकील नरेंद्र हुड्डा अपना पक्ष रख रहे थे. अचानक मैथ्यूज ने उन्हें रोकते हुए कहा कि वह कुछ कहना चाहते हैं. इस पर चीफ जस्टिस ने उन्हें रोका और कहा कि पहले हुड्डा को बोलने दीजिए. इस पर नेदुम्पारा ने कहा कि यहां मैं सबसे सीनियर हूं. इसी पर चंद्रचूड़ भड़क गए और कहा कि मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं कि आप चुप रहिए और गैलरी में इस तरह से बात मत करिए. चंद्रचूड़ ने यह भी कहा कि मैं इस कोर्ट का इंचार्ज हूं और प्रोसीजर जो है वैसे ही काम होगा.
इसी बहसबाजी में जब चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि मैंने कोर्ट की कार्यवाही पिछले 24 साल से देखा है और मैं कोर्ट की कार्यवाही के दौरान किसी को भी इस तरह से पेश नहीं आने दूंगा. इस पर मैथ्यूज ने कहा कि मैं भी 1979 से ही कोर्ट देख रहा हूं. इस पर मामला और गरम हो गया और चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने मैथ्यूज को नोटिस देने की चेतावनी दे डाली. बता दें कि पहले भी कई बार चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ और मैथ्यूज की बहस हो चुकी है. साल 2019 में मैथ्यूज नेदुम्पारा को कोर्ट की अवमानना का दोषी भी पाया गया था.