'राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों को किया तबाह'- पीएम मोदी

भारत में पिछड़े और दलित मुस्लिमों को पसमांदा कहा जाता है. पसमांदा शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल 1998 में ऑल इंडिया पसमांदा महाज की स्थापना करने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद अली अनवर ने किया था. वो मुस्लिमों के इस वर्ग को पहली बार बहस के दायरे में लेकर आए. पसमांदा मुसलमानों में दलित और पिछड़ा वर्ग है लेकिन हिंदू दलितों की तरह से इन्हें अनुसूचित वर्ग में नहीं रखा गया है

भारत में पिछड़े और दलित मुस्लिमों को पसमांदा कहा जाता है. पसमांदा शब्द का सबसे पहले इस्तेमाल 1998 में ऑल इंडिया पसमांदा महाज की स्थापना करने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद अली अनवर ने किया था. वो मुस्लिमों के इस वर्ग को पहली बार बहस के दायरे में लेकर आए. पसमांदा मुसलमानों में दलित और पिछड़ा वर्ग है लेकिन हिंदू दलितों की तरह से इन्हें अनुसूचित वर्ग में नहीं रखा गया है. जबकि हकीकत ये है कि मुसलमानों में पसमांदा की आबादी करीब 85 फीसदी है. हालांकि सत्ता में भागीदारी बाकी बचे 15 फीसदी ऊंचे तबके के मुसलमानों की है.

बोहरा गुजराती शब्द वहौराउ से आया है. इसका मतलब होता है व्यापार. ये मुसलमानों का व्यापारी वर्ग है जो काफी संभ्रात और संपन्न होते हैं. भारत में करीब 20 लाख बोहरा समुदाय के लोग रहते हैं. गुजरात में बोहरा समुदाय के लोग बीजेपी को वोट देते रहे हैं.