यूपी के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के ठीक पहले फर्जी साधु-संतों के खिलाफ सबसे बड़ी मुहिम छिड़ गई है. फर्जी बाबाओं के खिलाफ अब देशभर के साधु-संत आवाज बुलंद कर रहे हैं. इसे लेकर आज सागर में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की सबसे बड़ी बैठक होने जा रही है. क्या होने वाला है इस बैठक में चलिए आपको बताते हैं.
दरअसल 13 अखाड़ों के बीच यह सहमति बन चुकी है. 18 जुलाई को कुंभ मेला प्रशासन के साथ जो बैठक होने जा रही है.उसमें अखाड़ा परिषद की ओर से इसका प्रस्ताव रखा जाएगा. जिसमें मेला अधिकारी को सूचना दी जाएगी कि कुंभ जैसे इस बड़े आयोजनों में ढोंगी बाबाओं की एंट्री ना दी जाए. साथ ही उन्होंने किसी भी तरह की सुविधा मुहैया न कराए जाए.
बता दें कि बीते दिनों 2 जुलाई को हाथरस के सिकंदराराऊ के फुलरई मुगलगढ़ी गांव में हुई भगदड़ में 123 लोगों की मौत हुई थी. इनमें 113 महिलाएं और 7 बच्चियां हैं. इस केस की तीन लेवल पर जांच हो रही है. पहली रिपोर्ट SDM ने हादसे के 24 घंटे बाद प्रशासन को सौंपी थी. अब कुंभ में बाबा की नौ एंट्री भी करा दी गई है.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी के मुताबिक भोली भाली जनता को भ्रमित कर अपने भक्ति जाल में फंसाने वाले तरह-तरह के रंगों वाले पाखंडी बाबाओं की सूची अखाड़ा परिषद ने तैयार कर ली है. ऐसे ढोंगी बाबाओं को महाकुंभ में अपनी दुकान नहीं सजाने देंगे. इस बारे में सभी तेरह अखाड़ों के प्रतिनिधियों की सहमति बन चुकी है कि पाखंडी बाबाओं की सूची जारी की जाए.