Tatkal Train Ticket Booking: त्योहारों के मौसम में भारतीय रेलवे पर यात्रियों का दबाव कई गुना बढ़ जाता है. दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों पर लाखों लोग अपने घरों की ओर रुख करते हैं, जिससे ट्रेनों में सीट पाना बेहद मुश्किल हो जाता है. ज्यादातर लोग महीनों पहले ही टिकट बुक कर लेते हैं, लेकिन अचानक यात्रा की स्थिति में तत्काल टिकट ही एकमात्र सहारा बनता है.
भारतीय रेलवे ने हाल ही में तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर कुछ बदलाव किए हैं, जिन्हें जानना यात्रियों के लिए बेहद जरूरी है. अगर आप इस बार दिवाली और छठ में घर जाने की योजना बना रहे हैं, तो समय पर सही जानकारी और तैयारी के साथ आप आसानी से कन्फर्म टिकट पा सकते हैं.
तत्काल टिकट बुकिंग के नियम कड़े होते हैं, और इन्हें फॉलो किए बिना टिकट मिलना लगभग नामुमकिन है. एसी कोच की बुकिंग सुबह 10 बजे से और स्लीपर क्लास की बुकिंग सुबह 11 बजे से शुरू होती है. ध्यान रखें कि तत्काल टिकट सफर की तारीख से सिर्फ एक दिन पहले ही बुक किया जा सकता है. यानी अगर आपकी यात्रा 20 अक्टूबर को है, तो टिकट 19 अक्टूबर को ही बुक होगा.
चूंकि कोटा लिमिटेड होता है और सीटें पल भर में भर जाती हैं, इसलिए बुकिंग के समय आईआरसीटीसी पोर्टल या ऐप पर पहले से लॉगिन कर तैयार रहना जरूरी है. इसके अलावा, अब तत्काल बुकिंग के लिए आधार ऑथेंटिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है. यानी बिना आधार से लिंक आईआरसीटीसी अकाउंट के टिकट बुकिंग संभव नहीं है. वहीं, त्योहारों में रेलवे स्पेशल ट्रेनें भी चलाता है, जिनमें कन्फर्म सीट पाने के मौके ज्यादा होते हैं. इसलिए सामान्य ट्रेनों के अलावा इन स्पेशल ट्रेनों पर भी नजर रखना जरूरी है.
एसी और स्लीपर क्लास की अलग-अलग टाइमिंग जान लें ताकि बुकिंग में देरी न हो. तत्काल टिकट सिर्फ सफर की तारीख से एक दिन पहले ही बुक किए जा सकते हैं.
जरा सी देरी आपकी सीट वेटिंग में पहुंचा सकती है, इसलिए पहले से तैयारी कर लें. अब बिना आधार लिंक आईआरसीटीसी अकाउंट से तत्काल टिकट बुक नहीं होगा.
दिवाली और छठ पर चलाई जाने वाली स्पेशल ट्रेनों में सीट पाने के मौके ज्यादा रहते हैं. तत्काल टिकट का कोटा बेहद सीमित होता है, इसलिए बुकिंग टाइम पर ही करें.
आईआरसीटीसी मोबाइल ऐप से बुकिंग तेज़ी से हो सकती है. भीड़ बढ़ने की वजह से टिकट पाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो जाता है.सही जानकारी और तैयारी से त्योहारों पर भी आसानी से कन्फर्म टिकट मिल सकता है.