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India Daily

सिर्फ 436 रुपये में 2 लाख का सुरक्षा कवच, जानें क्या है सरकार की इस योजना के फायदे?

आज भी हमारे देश में ऐसे कई परिवार हैं जिनकी घर की आमदनी काफी कम है. ऐसे में अगर घर में अचानक कमाने वाले व्यक्ति की मौत हो जाए तो पूरे परिवार के ऊपर आर्थिक मुसीबत आ जाती है. ऐसे में सरकार की यह योजना लोगों को राहत देने का काम कर सकती है.

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Edited By: Antima Pal
PM Jeevan Jyoti Bima Yojana
Courtesy: pinterest

देश में करोड़ों गरीब और मध्यम वर्ग के परिवार रोजी-रोटी की जद्दोजहद में लगे रहते हैं. अगर घर का मुख्य कमाने वाला अचानक चला जाए, तो पूरा परिवार मुसीबत में फंस जाता है. ऐसे संकट से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने 2015 में एक शानदार योजना शुरू की थी प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)। इसमें मामूली प्रीमियम देकर आप अपने परिवार को बड़ा आर्थिक सहारा दे सकते हैं। आइए सरल भाषा में जानते हैं इसका पूरा फायदा और आवेदन का तरीका...

मृत्यु पर नॉमिनी को 2 लाख रुपये

यह योजना बैंक और बीमा कंपनियों के साथ मिलकर चलाई जाती है. अगर पॉलिसी धारक की किसी भी वजह से मौत हो जाती है, तो पूरा 2 लाख रुपये तुरंत परिवार को मिलता है. 436 रुपये सालाना यानी महीने में करीब 36 रुपये. इतनी छोटी रकम में इतना बड़ा सुरक्षा कवच मिलता है. बचत खाता रखने वाला कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है. सरकारी या प्राइवेट बैंक, दोनों में उपलब्ध होता है.

आवेदन कैसे करें?

आवेदन प्रक्रिया बेहद सरल है. कोई लंबी लाइन या कागजी कार्रवाई नहीं. आप केवल बैंक जाएं और अपने बचत खाते वाली बैंक शाखा में जाएं.

फॉर्म भरें: PMJJBY का फॉर्म लें। नाम, उम्र, नॉमिनी का नाम, आधार नंबर आदि भरें.

सहमति दें: ऑटो-डेबिट की सहमति दें. पहली बार 436 रुपये कटेंगे.

ऑनलाइन विकल्प: कई बैंक नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप से भी जोड़ते हैं. बस 'इंश्योरेंस' सेक्शन में जाकर चुनें.

दस्तावेज: आधार कार्ड और बैंक पासबुक काफी है.

सिर्फ 436 रुपये में 2 लाख का सुरक्षा कवच

पहली बार 1 जून से 31 मई तक की पॉलिसी होती है. देर से जुड़ने पर भी प्रो-रेटा प्रीमियम देकर शामिल हो सकते हैं. खाते में हर साल मई में पर्याप्त बैलेंस रखें, वरना पॉलिसी लैप्स हो सकती है. 50 साल की उम्र के बाद नई पॉलिसी नहीं, लेकिन पुरानी 55 तक चलेगी. एक व्यक्ति एक ही पॉलिसी ले सकता है, डुप्लीकेट नहीं. सरकार अब तक लाखों लोगों को इस योजना से जोड़ चुकी है. गरीब परिवारों के लिए यह वरदान साबित हो रही है.