लोकसभा चुनाव में NDA की जीत के बाद नरेंद्र मोदी ने रविवार को कुल 71 मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी के सरकार में आने का नतीजा यह हुआ कि शेयर मार्केट ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और 77 हजार के आंकड़े को पार कर गया. लगातार एक ही पार्टी और नेता की सरकार जारी रहने की वजह से निवेशकों का भरोसा सरकार पर बना हुआ है. नतीजा यह हुआ कि रविवार को शपथ ग्रहण के बाद सोमवार को जैसे ही शेयर मार्केट खुला उसने तुरंत ही रफ्तार पकड़ ली. शुरुआत में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी BSE में 323.64 अंकों की तेजी दिखी और शेयर मार्केट 77,017 के स्तर पर खुला. निफ्टी ने भी रफ्तार दिखाई और 105 अंकों की छलांग लगा ली.
1 जून को आखिरी चरण की वोटिंग के बाद 3 जून को जब शेयर मार्केट खुला तो जबरदस्त उछाल देखने को मिला. 4 जून को नतीजे आने के बाद शेयर मार्केट औंधे मुंह गिरा था क्योंकि बीजेपी को अकेले बहुमत नहीं मिला. हालांकि, जैसे-जैसे तस्वीरें साफ हुईं और नरेंद्र मोदी का फिर से प्रधानमंत्री बनना तय हो गया, तो निवेशकों का भरोसा बरकरार रहा और अब शेयर बाजार ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. BSE पहली बार 77 हजार के आंकड़े के पार निकल गया है.
इससे पहले, शुक्रवार को शेयर मार्केट अच्छी रफ्तार के साथ बंद हुआ था. उस वक्त BSE 76,693.41 पर बंद हुआ था. आज जब मार्केट खुला तो 2196 शेयर ऐसे थे जो ग्रीन दिखे और सिर्फ 452 शेयर ही रेड थे. कुल 148 शेयर ऐसे थे जिन पर मार्केट की रफ्तार का असर नहीं पड़ा. डॉ. रेड्डी लैब, हिंडाल्को, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा के शेयर गिरावट दर्शा रहे थे तो अडानी पोर्ट्स, कोल इंडिया, पावर ग्रिड और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों के शेयर जबरदस्त कमाई करते दिखे.
BSE के अलावा निफ्टी 50 में भी बढ़िया उछाल देखने को मिल रही है. मौजूदा समय में निफ्टी 23,411 के स्तर को पार कर चुका है. अगर आईटी और धातुओं वाले सेक्टर को छोड़ दें तो बाकी के सभी सेक्टर में सकारात्मक रफ्तार दिखाई दे रही है. दरअसल, सरकार स्थिर दिखने की वजह से निवेशकों को रिस्क कम नजर आता है जिसका नतीजा यह होता है कि निवेश बढ़ता है और लोग मार्केट में होल्ड करते दिखते हैं.
नोट- शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है. निवेश से पहले विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें.