What is Internet: पूरे दिन जिस इंटरनेट का इस्तेमाल आप करते हैं, क्या आप जानते हैं कि वो आता कहां से है? शायद नहीं पता होगा क्योंकि इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय ये सोचता कौन है कि ये आ कहां से रहा है. इंटरनेट के चलते दुनिया हमारी मुट्ठी में आ चुकी है. हम इसके जरिए क्या कुछ नहीं कर सकते हैं, चाहें किसी पैसे भेजने हों या फिर लाखों मील दूर किसी व्यक्ति से बात करना हो या फिर कुछ और, हर काम आपके फोन और इंटरनेट से किया जा सकता है.
ये सब तो ठीक है लेकिन अगर आपसे किसी ने पूछ लिया कि इंटरनेट कहां से आता है तो आपका जवाब क्या होगा? शायद आप ब्लैंक हो जाएंगे लेकिन हम आपको ब्लैंक नहीं होने देंगे. क्योंकि यहां हम आपको बता रहे हैं कि इंटरनेट का मालिक कौन है और ये कहां से आता है.
क्या है इंटरनेट:
इंटरनेट एक तरह का ग्लोबल नेटवर्क है जो दुनियाभर के सिस्टम या कंप्यूटर को आपस में जोड़कर रखता है. इसे दुनिया का सबसे बड़ा नेटवर्क भी कहा जा सकता है और इसी के जरिए आप किसी दूसरे व्यक्ति के साथ जानकारी और डाटा को शेयर भी कर पाते हैं. सबसे पहले इस नेटवर्क को 1969 में लाया गया. तब इसके बारे में कोई नहीं जानता था. इस वर्ष कुछ कंप्यूटर्स को जोड़कर एक नेटवर्क बनाया गया. इस नेटवर्क को अमरीकी सेना के एक डिपार्टमेंट ने डेवलप किया था. इस डिपार्टमेंट ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर बनाया गया था. इसका नाम एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी नेटवर्क यानी ARPANET था.
किसे कहा जाता है Father Of The Internet:
विंट सेर्फ ने 1970 के दशक की शुरुआत में कंप्यूटर नेटवर्किंग की दुनिया में अपना सफर शुरू किया. विंट अपने सहयोगी रॉबर्ट ई. कहन की रिक्वेस्ट पर यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (DARPA) में शामिल हो गए. उन्होंने एक कम्यूनिकेशन प्रोसेस बनाने के लिए मिशन की शुरुआत की जो कंप्यूटरों को उनके हार्डवेयर कॉन्फिगरेशन की परवाह किए बिना कनेक्ट करती थी.
कहन और सेर्फ ने साथ मिलकर जो काम किया उससे TSP/IP (ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल/इंटरनेट प्रोटोकॉल) प्रोटोकॉल डेवलप हुआ. इसी के जरिए इंटरनेट का कम्यूनिकेशन बेस बना. तभी से विंट सेर्फ को फादर ऑफ द इंटरनेट कहा जाने लगा.
कहां से आता है इंटरनेट:
सर्वर को जब जोड़ा जाता है तो इंटरनेट बनता है. सर्वर वो होता है जहां पर सारी इन्फॉर्मेशन स्टोर की जाती है. इन्हें हमेशा ऑन रखा जाता है. जो वेब होस्टिंग कंपनियां होती हैं वो सर्वर की सुविधा देती हैं. अब आप सोचेंगे कि सर्वर किस चीज से कनेक्ट होते हैं. तो बता दें कि सर्वर को फाइबर ऑप्टिक्स केबल से कनेक्ट किया जाता है. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि ये केबल्स बालों से भी ज्यादा पतले होते हैं लेकिन इनकी डाटा स्पीड कमाल की होती है.
बता दें कि पहले केबल्स के जरिए नेट उपलब्ध कराया जाता था लेकिन अब सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया जाने लगा है. जब केबल के जरिए इंटरनेट उपलब्ध कराया जा रहा था तब केवल टेलिफोन लाइन्स में ही कनेक्नशन दिया जाता है. लेकिन जब से सैटेलाइट आई हैं तब से फोन्स में भी इंटरनेट की सुविधा दी जाने लगी है.