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चीन पर ट्रंप के टैरिफ बम ने अमेजन, एनवीडिया और टेस्ला का निकाला दिवाला! एक दिन में 770 अरब डॉलर डूबे

Tech Companies Loss After China Tariff: प्रमुख टेक कंपनियों ने सिर्फ एक दिन में भारी नुकसान उठाया है. देखा जाए तो यह अप्रैल के बाद से इन कंपनियों की बुरी परफॉर्मेंस है. 

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Edited By: Shilpa Srivastava
Tech Companies Loss After China Tariff
Courtesy: Grok AI

Tech Companies Loss After China Tariff: प्रमुख टेक कंपनियों ने सिर्फ एक दिन में भारी नुकसान उठाया है. देखा जाए तो यह अप्रैल के बाद से इन कंपनियों की बुरी परफॉर्मेंस है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले प्रोडक्ट्स पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसके बाद अमेजन, एनवीडिया और टेस्ला जैसी कंपनियों के शेयरों की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई है.

इन नए टैरिफ ने निवेशकों को काफी परेशान कर दिया है. इससे शेयर मार्केट में भारी गिरावट देखी गई है. सिर्फ 10 अक्टूबर की बात करें तो इस दिन अमेजन, एनवीडिया और टेस्ला के शेयरों में लगभग 5% की गिरावट आई, जिससे पूरा बाजार नीचे गिर गया. कुल मिलाकर, मार्केट वैल्यू में लगभग 770 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. नैस्डैक इंडेक्स 3.6% और एसएंडपी 500 इंडेक्स 2.7% गिर गया.

ट्रंप के 100% टैरिफ से बाजार में मचा हड़कंप:

ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि अमेरिका चीन से आने वाले प्रोडक्ट्स पर 100% टैरिफ लगाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि 1 नवंबर से, अमेरिका अन्य देशों को अहम सॉफ्टवेयर के एक्सपोर्ट पर रोक लगाएगा. एआई में जिन चिप्स का इस्तेमाल किया जाता है उसे बनाने वाली कंपनियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. 

इसकी वैल्यू में करीब 229 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है, जो टेक कंपनियों में सबसे बड़ा नुकसान है. बता दें कि पिछले महीने ही, एनवीडिया 4.5 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट वैल्यू तक पहुंचने वाली पहली कंपनी बनी थी.

अमेजन को एक दिन में 121 अरब डॉलर का नुकसान हुआ, जिससे इस साल की उसकी सारी कमाई खत्म हो गई. अब 2025 में इसके शेयर 2% नीचे हैं. माइक्रोसॉफ्ट के मूल्य में 85 अरब डॉलर की गिरावट आई है. टेस्ला की बात करें तो इसे 71 अरब डॉलर का नुकसान हुआ. गूगल और मेटा जैसी अन्य कंपनियों में भी गिरावट देखी गई.

क्रिप्टोकरेंसी में भी गिरावट:

ट्रंप की घोषणा ने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को भी हिलाकर रख दिया है. बिटकॉइन 8.4% गिरकर 104,782 डॉलर पर आ गया. कुल क्रिप्टो मार्केट को 19 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. 16 लाख से ज्यादा व्यापारियों को अपनी संपत्ति बेचने पर मजबूर होना पड़ा. इसके अलावा केवल एक घंटे में 7 बिलियन डॉलर मूल्य की क्रिप्टो बिक गई.