6000 रुपये के लालच में गंवा दिए 17000 रुपये, प्रेग्नेंट महिला के साथ कुछ इस तरह हुआ ऑनलाइन स्कैम
Cyber Crime: साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इस तरह के मामलों में फंसने से आपका बैंक अकाउंट भी खाली हो सकता है. स्कैमर्स अब ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे ही एक मामला ओडिशा के एक महिला के साथ हुआ है.
Cyber Crime: ओडिशा के श्रद्धापुर गांव की 25 वर्षीय गर्भवती महिला के साथ बड़ा स्कैम हो गया. उसे कुछ स्कैमर्स ने कॉल किया और हेल्थ डिपार्टमेंट से होने की बात कही. स्कैमर्स ने उससे कहा कि उसे सरकारी योजना के तहत वित्तीय सहायता दी जाएगी और इस बहाने से उससे 17,000 रुपये ठग लिए. यह स्कैम काफी चिंताजनक है क्योंकि स्कैमर्स ने गर्भवती महिलाओं को सपोर्ट करने के लिए एक लोकप्रिय सरकारी योजना का नाम लिया था.
एक रिपोर्ट के अनुसार, घोटाला तब शुरू हुआ जब स्कैमर्स ने लोकल आशा कार्यकर्ता से कॉन्टैक्ट किया. यह कार्यकर्ता प्रेग्नेंट महिला को जानती थी. स्कैमर ने खुद को दिल्ली के हेल्थ डिपार्टमेंट का अधिकारी बताया. जानें क्या हुआ आगे…
स्कैमर्स ने किया पैसे मिलने का दावा:
स्कैमर ने दावा किया कि महिला को ममता योजना के तहत पैसे मिल सकते हैं. खुद पर विश्वास दिलाने के लिए उसने महिला के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल की. इस, कॉल पर यह की गई बातचीत एकदम असली लगी. कॉल के दौरान, स्कैमर ने महिला को आश्वासन दिया कि उसे जल्द ही 6,000 रुपये मिलेंगे.
महिला धोखे में आ गई और उसने कॉलर द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक किया. फिर उसने वन-टाइम पासवर्ड (OTP) भी शेयर कर दिया. इससे वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा हो गया और कुछ ही मिनटों में उसके बैंक अकाउंट से 17,000 रुपये डेबिट हो गए.
साइबर अपराध का बढ़ता खतरा:
इस घटना ने साइबर अपराध के बढ़ते खतरे को उजागर किया है और खासतौर से ग्रामीण इलाकों में जहां हैकर्स अब काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं. यहां लोग लेटेस्ट टेक्नोलॉजी या उनके खतरों से अवगत नहीं हैं. साथ ही उन्हें अलग-अलग तरह के स्कैम के बारे में भी नहीं पता होता है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को हैकर्स अब ज्यादा निशाना बना रहे हैं.