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अगर आप भी हैं अनजान कॉल से परेशान, तो CNAP सर्विस से मिलेगा आपको ये फायदा!

फर्जी कॉल्स और स्कैमिंग से बहुत जल्द छुटकारा मिलने वाला है. TRAI के ऑर्डर के बाद स्मार्टफोन यूजर्स के लिए कॉलर नेम प्रजेंटेशन (CNAP) सर्विस शुरू हो चुकी है.

Ashutosh Rai
Edited By: Ashutosh Rai
अगर आप भी हैं अनजान कॉल से परेशान, तो CNAP सर्विस से मिलेगा आपको ये फायदा!
Courtesy: X

नई दिल्ली : फर्जी कॉल्स और स्कैमिंग से बहुत जल्द छुटकारा मिलने वाला है. TRAI के ऑर्डर के बाद स्मार्टफोन यूजर्स के लिए कॉलर नेम प्रजेंटेशन (CNAP) सर्विस शुरू हो चुकी है. बहुत से लोगों को अपने स्मार्टफोन पर इस सर्विस का फायदा मिल रहा है. इसके तहत यूजर्स को अनजान नंबर से आने वाले कॉलर का नाम पता चल जाएगा.

यह है CNAP सर्विस

CNAP यानी कॉलर नेम प्रेजेंटेशन, एक ऐसी सर्विस है जिसमें इनकमिंग कॉल पर कॉलर का वही नाम दिखेगा जो सिम कार्ड की रजिस्टर्ड आईडी पर दर्ज है. यह ट्रू-कॉलर जैसी थर्ड-पार्टी एप्स से अलग होगी क्योंकि इसमें सिर्फ असली नाम ही डिस्प्ले होगा.

अनजान नंबर से आती हैं कॉल्स

स्मार्टफोन पर एक दिन में कई कॉल्स ऐसी होती हैं, जो अनजान नंबर से आती हैं. इन नंबर्स की पहचान करने के लिए कई लोग थर्ड पार्टी ऐप्स का यूज करते हैं. अब भारतीय टेलिकॉम रेगुलेटरी भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) के ऑर्डर के बाद नई सर्विस कॉलर नेम प्रजेंटेंशन (CNAP) की शुरुआत हो चुकी है.

यह मिलेगा फायदा

CNAP लागू होने के बाद मोबाइल यूजर्स तुरंत पहचान पाएंगे कि कॉल असली है या स्कैम. इससे न सिर्फ फेक कॉल्स से निजात मिलेगी बल्कि बैंकिंग फ्रॉड और अन्य वित्तीय धोखाधड़ी पर भी रोक लगेगी. इस सुविधा के बाद ठगों की पहचान करना आसान होगा. असली नाम सामने आने से स्कैमर्स के लिए लोगों को झांसा देना मुश्किल हो जाएगा और धोखाधड़ी के मामलों में त्वरित कार्रवाई संभव हो सकेगी.

CNAP स्पैम कॉल्स से कैसे दिलाएगा छुटकारा?

फर्जी नंबर की होगी पहचान

स्पैम कॉल्स आमतौर पर अनजान या नकली नंबर से आते हैं. अनजान नंबर से आने वाले कॉलर का नाम नहीं दिखाई दे या नंबर संदिग्ध लगे, तो उस नंबर से सतर्क रहने की जरूरत है. कॉलर नेम प्रजेंटेशन के तहत सभी स्मार्टफोन यूजर्स को फायदा होगा.

फेक बैंकर्स नंबर पकड़े जाएंगे

बैंक, टेलिकॉम, डिलीवरी, या सरकारी कॉल्स पर ऑफिशियल नाम दिखाई देगा. बैंक सपोर्ट के नाम पर कॉल करने वाले स्कैमर्स को आसानी से पहचाना जा सकेगा.

SIM-Binding से भी होगा लोगों को फायदा

आने वाले दिनों में SIM-Binding नियम को भी लागू किया जाएगा. इस नियम का सीधा असर वॉट्सऐप, टेलीग्राम, स्नैपचैट आदि पर देखने को मिलेगा. इसका मतलब है कि अगर मोबाइल यूजर्स सिम कार्ड को फोन से निकाला तो वह मैसेजिंग ऐप्स भी बंद हो जाएगा. इसकी मदद से TRAI साइबर फ्रॉड और स्पैम कॉल्स व मैसेज को रोकना चाहता है.