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अलकनंदा में डूबा बद्रीनाथ हाईवे, चमोली-रुद्रप्रयाग सहित 3 जिलों में बादल फटा, Video

अलकनंदा नदी का पानी सड़क पर बह रही है. बद्रीनाथ हाईवे अलकनंदा नदी में पूरी तरह डूब गया है, जिससे हाईवे पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने एएनआई को बताया कि सुरक्षित स्थानों पर यातायात रोक दिया गया है. तीर्थयात्रियों को वैकल्पिक मार्गों से आगे भेजने की व्यवस्था की जा रही है. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस तैनात कर दी गई है.

Gyanendra Sharma
Edited By: Gyanendra Sharma
अलकनंदा में डूबा बद्रीनाथ हाईवे
Courtesy: Social Media

Uttarakhand Cloudburst: उत्तराखंड़ में भारी बारिश हो रही है. बारिश से भारी तबाही मचाई है. चमोली जिले में एक बार फिर बादल फटा है. ये घटना तहसील देवाल के मोपाटा में हुई है, जिसमें दो लोगों के लापता होने की खबर है. वहीं रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी गढ़वाल जिले में बादल फटा है. श्रीनगर और रुद्रप्रयाग के बीच बद्रीनाथ हाईवे अलकनंदा नदी में पूरी तरह डूब गया है.

अलकनंदा नदी का पानी सड़क पर बह रही है. बद्रीनाथ हाईवे अलकनंदा नदी में पूरी तरह डूब गया है, जिससे हाईवे पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है. एसएसपी पौड़ी लोकेश्वर सिंह ने एएनआई को बताया कि यातायात रोक दिया गया है. तीर्थयात्रियों को दूसरों रास्ते से आगे भेजने की व्यवस्था की जा रही है. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस तैनात कर दी गई है.

मंदाकिनी भी उफान पर

केदारघाटी के लवारा गांव में पुल बहने से छेनागाड़ क्षेत्र में स्थिति गंभीर हो गई है. इसके अलावा रुद्रप्रयाग जिले में अलकनंदा और मंदाकिनी भी उफान पर है. राह-बचाव कार्य जारी हैं. स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित क्षेत्र में लोगों की मदद के लिए दिन-रात जुटी हुई हैं. मंदाकिनी नदी का जलस्तर 2013 जैसी भयावह स्थिति की याद दिला रहा है.

भारी बारिश के कारण चमोली जिले में कई सड़कें बंद

भारी बारिश को देखते हुए रुद्रपरायग, बागेश्वर, चमोली, हरिद्वार और पिथौरागढ़ जिलों में आज स्कूलों की छुट्टी की गई है. हरिद्वार में भारी में बारिश हो रही है. भारी बारिश के कारण चमोली जिले में कई सड़कें बंद हो गई हैं. उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से भूस्खलन और जलभराव की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं.

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा पर संवेदना जताई है. उन्होंने कहा कि चमोली के देवाल और रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में बादल फटने से मलबा आने की वजह से कुछ परिवारों के फंसे होने का दुखद समाचार मिला है. मैं अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हूं और बचाव कार्यों के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं."