UP greenery campaign: योगी सरकार का ऐतिहासिक हरियाली मिशन, एक दिन में 37 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य

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UP greenery campaign: उत्तर प्रदेश में 9 जुलाई को एक ऐतिहासिक पहल की जा रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के तहत प्रदेशभर में एक ही दिन में 37 करोड़ पौधे रोपित किए जाएंगे. इस महाअभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री अयोध्या और आजमगढ़ से पौधरोपण कर करेंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक इस अभियान में सभी मंत्री, जनप्रतिनिधि और अधिकारी अपने-अपने जिलों में पौधरोपण कर योगदान देंगे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बाराबंकी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मेरठ और ब्रजेश पाठक लखनऊ में पौधे लगाएंगे, जबकि वन मंत्री अरुण सक्सेना सीएम के साथ अयोध्या-अजमगढ़ में रहेंगे. इस अभियान के लिए लगभग 52.43 करोड़ पौधे तैयार किए हैं. 

सर्वाधिक पौधरोपण का लक्ष्य 

अभियान प्रदेश के सभी 18 मंडलों में एक साथ संचालित किया जाएगा, जिसमें लखनऊ मंडल में सर्वाधिक पौधरोपण का लक्ष्य है. वन, वन्यजीव एवं पर्यावरण विभाग की मुख्य भूमिका है, जो अकेले 14 करोड़ पौधे लगाएगा.

विशेष वन क्षेत्रों की भी स्थापना 

इस महाअभियान के तहत थीम आधारित विशेष वन क्षेत्रों की भी स्थापना की जाएगी, जिनमें 'अटल वन', 'शौर्य वन', 'एकता वन' और 'त्रिवेणी वन' शामिल हैं. ये स्थल भविष्य में पर्यावरणीय पर्यटन और जनजागरूकता के केंद्र बनेंगे. ‘सहजन भंडारा योजना’ के तहत गरीब और पिछड़े वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री आवास और मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थी सहजन के दो-दो पौधे लगाएंगे.

इन जगहों पर होगा पौधा रोपण

प्रदेश में प्रमुख नदियां इनमें गंगा, यमुना, सरयू, राप्ती और घाघरा जैसी नदियों के किनारे 3.56 करोड़ पौधे रोपे जाएंगे. . इससे हरियाली बढ़ेगी और जलग्रहण क्षेत्रों का संरक्षण होगा. वहीं, एक्सप्रेसवे और सड़कों के किनारे भी पौधा रोपड़ किया जाएगा. जिससे सौंदर्य और पर्यावरण दोनों को लाभ मिलेगा. विशेष रूप से लगभग एक्सप्रेसवे किनारे 2.5 लाख पौधे रोपे जाएंगे.

मुख्यमंत्री करेंगे जनसंवाद

सीएम योगी के निर्देश पर वरिष्ठ अफसरों ने जिलों में पहुंचकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री जनसंवाद भी करेंगे और सात किसानों को कार्बन क्रेडिट के तहत चेक सौंपेंगे. यह पहल प्रदेश को हरियाली की दिशा में एक मजबूत कदम देने के साथ हर नागरिक को प्रकृति के प्रति उत्तरदायित्व निभाने का अवसर भी प्रदान करेगी.