CM योगी को बच्ची की जिद करनी पड़ी पूरी, वीडियो में देखें रक्षाबंधन के प्रोग्राम में दिल छूने वाला पल

शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी कुछ इसी अंदाज में नजर आए. एक बच्ची की जिद के आगे मुख्यमंत्री योगी को झुकना पड़ा. एक बच्ची ने योगी को मिठाई खाने पर मजबूर कर दिया.

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Princy Sharma

CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्सर बच्चों के साथ हंसी-मजाक करते और उन्हें चॉकलेट व अन्य चीजें बांटते नजर आते हैं. शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी कुछ इसी अंदाज में नजर आए. एक बच्ची की जिद के आगे मुख्यमंत्री योगी को झुकना पड़ा. एक बच्ची ने योगी को मिठाई खाने पर मजबूर कर दिया.

बच्ची मुख्यमंत्री योगी को राखी बांधने आई थी. वह राखी के साथ मिठाई भी लाई थी. राखी बांधने के बाद जब मुख्यमंत्री योगी ने बच्ची को मिठाई खिलाने की कोशिश की, तो बच्ची ने तुरंत कहा कि पहले आप खा लीजिए. इस पर मुख्यमंत्री योगी पहले तो हंसे और बच्ची को मिठाई खिलाने की कोशिश की. 

CM योगी ने की बच्ची की जिद पुरी

लेकिन बच्ची नहीं मानी. उसने मिठाई भी नहीं खाई. पहले आप खाओ, पहले आप खाओ. आखिरकार मुख्यमंत्री योगी को बच्ची की जिद पूरी करनी पड़ी और उसे मिठाई खिलाकर खुश किया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने बच्चियों को चॉकलेट के पैकेट और पैसे भी दिए.

मुख्यमंत्री योगी उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ काकोरी एक्शन शताब्दी समारोह के समापन समारोह में पहुंचे थे. इस अवसर पर योगी ने एक बार फिर लोगों से विदेशी वस्तुओं की बजाय स्वदेशी सामान खरीदने की अपील की. उन्होंने कहा कि अगर विदेशी सामान खरीदा गया तो उस पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद और नक्सलवाद को बढ़ावा देने में होगा. 

CM योगी ने की लोगों से अपील

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आगामी रक्षाबंधन, जन्माष्टमी, दिवाली और अन्य त्योहारों के अवसर पर स्वदेशी सामान ही खरीदें. उन्होंने यह भी कहा कि स्वदेशी सामान महंगा जरूर है, लेकिन इन्हें खरीदने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और कारीगरों को भी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि यह हमारे शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है. 15 अगस्त को हर घर में तिरंगा झंडा होना चाहिए. शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के साथ-साथ हमें महात्मा गांधी के स्वदेशी अपनाओ आंदोलन को भी आगे बढ़ाना चाहिए. हमें महात्मा गांधी के दिए गए मंत्र पर चलना होगा और स्वदेशी वस्तुओं को ही अपनाना होगा.