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India Daily

आगरा में देवी मंदिर की दीवार यमुना में गिरी, कई लोगों के बहने की खबर

यूपी के आगरा में भीषण हादसा हो गया. बल्केश्वर के श्री लक्ष्मी देवी मंदिर की दीवार सोमवार शाम को यमुना में गिर गई. स्थानीय लोगों के अनुसार दीवार पर बैठे दो दर्जन लोग भी यमुना में चले गए.

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Edited By: Gyanendra Sharma
UP News
Courtesy: Social Media

 Accident in Agra: यूपी के आगरा में भीषण हादसा हुआ है. बल्केश्वर के श्री लक्ष्मी देवी मंदिर की दीवार सोमवार शाम को यमुना में गिर गई. स्थानीय लोगों के अनुसार दीवार पर बैठे दो दर्जन लोग भी यमुना में चले गए. लोगों की भीड़ मंदिर के चबूतरे पर जमा थी. जानकारी के मुताबिक भीड़ का भार बढ़ने के कारण अचानक चबूतरे का एक हिस्सा भरभराकर रैलिंग सहित यमुना में जा गिरा. जिससे कई लोग मलबे के साथ नीचे गिरे.

हादसे के बाद रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है. हालांकि अभी तक पुलिस ने लोगों के यमुना में गिरने की पुष्टि नहीं की है. शाम करीब 6:30 बजे महालक्ष्मी मंदिर में आरती चल रही थी. मंदिर यमुना नदी के किनारे बसा होने के कारण हमेशा भक्तों का जमावड़ा रहता है. चबूतरे पर बैठने के लिए बेंचें भी लगाई गई थीं, जहां शाम के वक्त लोग नदी के सुंदर दृश्य का लुत्फ उठाने आते थे. लेकिन इन दिनों भारी वर्षा के असर से यमुना का पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिसके चलते सैकड़ों लोग नदी के उफान को नजदीक से देखने के लिए उमड़ रहे थे.

अचानक तेज धमाका हुआ

लगभग तीन दर्जन लोग चबूतरे पर खड़े थे जब अचानक तेज धमाका हुआ. चबूतरे का पिछला हिस्सा रेलिंग समेत नदी में समा गया. मंदिर में रहने वाली गुड्डी देवी ने बताया, आरती के दौरान ही जोरदार आवाज आई. सब दौड़ते हुए बाहर निकले तो देखा कि चबूतरे पर अफरा-तफरी मची हुई है. लोगों ने कहा कि हिस्सा गिर गया है और कुछ लोग नदी में बह गए हैं. इस खबर से मंदिर परिसर में सनसनी फैल गई. तुरंत पुलिस को सूचना दी गई, और इलाके में खबर फैलते ही स्थानीय लोग घबरा उठे. हर कोई अपने परिजनों की खोज में जुट गया.

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

बल्केश्वर क्षेत्र में हादसे की बात आग की तरह फैल गई. सूचना मिलते ही जिलाधिकारी अरविंद बंगारू मलप्पा, डीसीपी सिटी सोनम कुमार अपनी टीमों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. भाजपा विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल भी सहायता के लिए वहां उपस्थित हुए. यमुना में गोताखोर उतारे गए, जबकि एसडीआरएफ की विशेष इकाई को बुलाया गया. बचाव दल ने नदी के तेज बहाव के बावजूद तलाशी अभियान चलाया. रात 10 बजे तक कोई भी व्यक्ति यह दावा करने नहीं आया कि उनका कोई रिश्तेदार लापता है.