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India Daily

कपड़ों पर मल-मूत्र, बंधे हुए हाथ और अंधेरे कमरे, नोएडा वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ अमानवीय व्यवहार

छापेमारी करने वाली टीम के मुताबिक, यह कार्रवाई एक वीडियो वायरल होने के बाद की गई जिसमें एक बुजुर्ग महिला को बांधकर कमरे में बंद करके रखा गया था. वीडियो लखनऊ के समाज कल्याण विभाग तक पहुंचा, जिसके बाद छापेमारी का आदेश दिया गया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
UP News
Courtesy: Social Media

नोएडा में एक वृद्धाश्रम पर छापेमारी के दौरान अधिकारियों को वहां रहने वालों के साथ अमानवीय व्यवहार का पता चला. छापेमारी के दौरान, उन्हें एक बुजुर्ग महिला को कपड़े से बांधकर एक कमरे में बंद पाया गया, जबकि पुरुष निवासियों को अंधेरे तहखाने जैसे कमरों में कैद कर दिया गया था. कई के पास कपड़े तक नहीं थे. 

छापेमारी के दौरान एक महिला मिली जो नर्स होने का दावा कर रही थी, लेकिन जांच में पता चला कि वह केवल 12वीं पास थी. बुजुर्ग निवासियों के कपड़े मूत्र और मल से सने हुए पाए गए. निवासियों को खुद की देखभाल करने के लिए मजबूर होना पड़ा. सेक्टर 55 स्थित वृद्धाश्रम पर राज्य महिला आयोग, नोएडा पुलिस, समाज कल्याण विभाग और जिला प्रोबेशन कार्यालय ने संयुक्त छापेमारी की. छापेमारी के बाद 40 बुजुर्गों को बचाया गया.

कार्रवाई एक वीडियो वायरल

छापेमारी करने वाली टीम के मुताबिक, यह कार्रवाई एक वीडियो वायरल होने के बाद की गई जिसमें एक बुजुर्ग महिला को बांधकर कमरे में बंद करके रखा गया था. वीडियो लखनऊ के समाज कल्याण विभाग तक पहुंचा, जिसके बाद छापेमारी का आदेश दिया गया. संयुक्त टीम ने आज दोपहर छापेमारी की.

संगठन कथित तौर पर बुजुर्ग निवासियों को भर्ती करने के लिए 2.5 लाख रुपये का दान ले रहा था इसके अलावा आवास और भोजन के लिए 6,000 रुपये प्रति माह ले रहा था. जब टीम ने निवासियों के परिवारों से संपर्क किया तो उनमें से कई ने स्थिति को नजरअंदाज करने की कोशिश की और दावा किया कि सब कुछ सामान्य है.

महिला आयोग की शिकायत के आधार पर छापेमारी

नोएडा पुलिस ने बताया कि राज्य महिला आयोग की शिकायत के आधार पर सेक्टर 55 स्थित आनंद निकेतन वृद्ध सेवा आश्रम का औचक निरीक्षण किया गया, जहां कई गंभीर अनियमितताएं पाई गईं. प्रशासनिक सहयोग से आश्रम को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अब सभी बुजुर्गों को मान्यता प्राप्त सरकारी वृद्धाश्रमों में स्थानांतरित किया जाएगा. महिला आयोग और स्थानीय प्रशासन अब संयुक्त रूप से आगे की कार्रवाई कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि आश्रम प्रबंधन के खिलाफ सख्त कदम उठाने की योजना बनाई जा रही है.