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पार्किंग विवाद को लेकर पड़ोसी ने टीचर को उतारा मौत के घाट, गुस्से में जमकर बरसाएं ईंट और रॉड

वाराणसी के भेलूपुर में पार्किंग विवाद ने भयावह रूप ले लिया. मातृ छाया अपार्टमेंट में शिक्षक प्रवीण झा की उनके पड़ोसी आदर्श सिंह ने दो दोस्तों के साथ मिलकर ईंट और रॉड से पीटकर हत्या कर दी. पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने साजिशन वारदात को अंजाम दिया. तीनों गिरफ्तार हो चुके हैं.

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Edited By: Princy Sharma
Varanasi News
Courtesy: X

Varanasi News: वाराणसी के भेलूपुर इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पार्किंग की मामूली बहस ने एक टीचर की जान ले ली. गुरुवार की रात, मातृ छाया अपार्टमेंट में रहने वाले प्रवीण झा नाम के एक शिक्षक को उनके पड़ोसी ने ही ईंटों और लोहे की रॉड से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. इस भयानक वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी ने अपने दो दोस्तों को भी बुलाया था.

पुलिस के मुताबिक, अपार्टमेंट में रहने वाले प्रवीण झा का अपने पड़ोसी आदर्श सिंह के साथ अक्सर पार्किंग को लेकर झगड़ा होता रहता था. गुरुवार को यह विवाद इतना बढ़ गया कि आदर्श ने प्रवीण को जान से मारने की साजिश रच डाली. आदर्श ने अपने दो दोस्तों, करन गौड़ और सतीश पटेल को चंदौली से वाराणसी बुलाया.

प्रवीण ने जताई आपत्ति

एक चश्मदीद के अनुसार, आदर्श सिंह ने देर रात अपनी गाड़ी पार्किंग में लगाकर हॉर्न बजाना शुरू कर दिया, जिस पर प्रवीण ने आपत्ति जताई. दोनों के बीच कहासुनी हुई और वे अपने-अपने फ्लैट में लौट गए. लेकिन कुछ देर बाद, आदर्श ने प्रवीण को नीचे बुलाया. जैसे ही प्रवीण नीचे आए, आदर्श और उसके दोनों साथी उन पर ईंटों और लोहे की रॉड से हमला करने लगे. चश्मदीद ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वे तब तक प्रवीण को पीटते रहे जब तक वह बेसुध होकर गिर नहीं गए.

आरोपियों की गिरफ्तारी

खून से लथपथ प्रवीण को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद, पुलिस तुरंत हरकत में आई. डीसीपी क्राइम सरवन टी ने बताया कि पुलिस की चार टीमों ने तीन घंटे के भीतर ही तीनों आरोपियों - आदर्श, करन और सतीश को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार भी बरामद कर लिए हैं और सीसीटीवी फुटेज से भी पूरी घटना की पुष्टि हो गई है. आदर्श सिंह एक प्राइवेट कंपनी में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर है और उसके पिता चंद्रशेखर आजाद University of Agriculture and Technology कानपुर के पूर्व कुलपति रह चुके हैं. पुलिस ने साफ किया है कि इस अपराध में उसके पिता का कोई हाथ नहीं है. सभी आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं और आगे की जांच जारी है.