समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अगर 10 हजार देने से ही सरकार बनती है तो हम 40 हजार रुपए देंगे. उन्होंने कहा कि हम माताओं-बहनों को 40 हजार रुपए देने का काम करेंगे.
वहीं बिहार चुनाव में महागठबंधन की हार पर अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें किसी भी सभा में ये नहीं लगा कि तेजस्वी यादव हार रहे हैं. उन्होंने कहा कि हार का एक पहलू ईवीएम भी हो सकता है.
बुधवार को अखिलेश यादव ने आज तक के कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा, 'ये सुनने में आया है कि 10 हजार रुपए बड़े होते हैं, 10 हजार दे दीजिए. अब बहुत सी माताएं-बहनें इंतजार कर रही हैं कि उन्हें अब 10-10 हजार मिलने लगेगा, लेकिन उन्हें धोखा दे दिया. हम लोगों ने भी तैयारी कर ली है. मुझे याद है कि समाजवादी सरकार ने यूपी में समाजवादी पेंशन के तौर पर महिलाओं को 500 रुपए देना शुरू किया था. इसके बाद जो चुनाव था उसमें 1000 रुपए देने जा रहे थे और जब लोकसभा का चुनाव था तब 2500 देने वाले थे. पिछला चुनाव जीत गए और अब अगला चुनाव 2027 में होने जा रहा है.'
"बिहार में मुझे किसी सभा में यह नहीं लगा कि #TejashwiYadav चुनाव हार रहे हैं। एक पहलू तो ईवीएम का भी हो सकता है।"
"विश्व के सभी विकसित देशों ने EVM को नकार दिया है!"
- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, माननीय सांसद एवं @samajwadiparty के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री #AkhileshYadav… pic.twitter.com/c1yFDz7rS3— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) December 10, 2025Also Read
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, 'हमने बीजेपी से सीखकर हिसाब-किताब लगाया है अगर यूपी की माताओं और बहनों ने जो पैसा खोया है तो 500-500 से हिसाब से 3000 रुपए बनते हैं. 12 महीने देना है तो 36000 रुपए हो, वहीं इतने दिनों से नहीं मिला है तो 4000 हजार उसके ब्याज के हो गए. समाजवादी पार्टी ने तय किय है कि हम गरीब माताओं-बहनों को साल में 40 हजार रुपए देने का काम करेंगे. अगर 10 हजार से सरकार बनती है तो हम 40 हजार देने जा रहे हैं. भाजपा वालों से हम पूछेंगे कि कि आपने तो लाखों का वादा किया था.'