नोएडा के एक हाई-राइज़ अपार्टमेंट से आया एक वीडियो देशभर में चर्चा का विषय बन गया है. इसमें एक शख्स ने अपने फ्लैट की दीवार में पेंसिल से छेद कर दिखाया. वीडियो सामने आते ही लोगों ने बिल्डरों और निर्माण गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. सोशल मीडिया पर लोग इस घटना को “लक्ज़री का धोखा” बता रहे हैं, जबकि कुछ ने इसे रियल एस्टेट सेक्टर में घटिया क्वालिटी का सबूत बताया है.
वीडियो में फ्लैट का निवासी दीवार पर एक लकड़ी की पेंसिल रखकर हल्का हथौड़ा मारता है और कुछ ही सेकंड में दीवार में छेद हो जाता है. व्यक्ति बताता है कि जब उसने पहले ड्रिल मशीन से कोशिश की तो मुश्किल हुई, लेकिन पेंसिल से आसानी से छेद बन गया. उसने कहा, “ये वही पेंसिल है जो स्कूल में इस्तेमाल होती थी, और इतनी कमजोर दीवार कि ड्रिल की जरूरत ही नहीं पड़ी.”
वीडियो पोस्ट करते हुए व्यक्ति ने लिखा—“अपना घर खुद बनवाओ, नहीं तो ऐसा ही मिलेगा!” ये क्लिप पोस्ट होते ही इंटरनेट पर वायरल हो गई. यूज़र्स ने कहा कि “गांव के मिट्टी के घर भी इससे ज़्यादा मजबूत होते हैं.” कुछ लोगों ने मज़ाक में कहा—“इतनी महंगी दीवारें और मजबूती पे शून्य!” वहीं कुछ ने बिल्डरों पर ठोस कार्रवाई की मांग की.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह अपार्टमेंट नोएडा के एक नामी हाई-राइज़ में स्थित है, जिसकी कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये है. वीडियो ने शहर के लग्ज़री प्रोजेक्ट्स की असलियत पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि अगर इतनी कीमत पर भी क्वालिटी का भरोसा नहीं, तो आम खरीदार का क्या होगा?
इस घटना के बाद लोगों का रियल एस्टेट सेक्टर पर भरोसा हिलता दिख रहा है. खरीदार अब बिल्डिंग क्वालिटी को लेकर और सतर्क हो रहे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में होम बायर्स को कब्जा लेने से पहले बिल्डिंग स्ट्रक्चर की जांच करवानी चाहिए.
वीडियो वायरल होने के बाद कई यूज़र्स ने सरकार और प्राधिकरणों से जांच की मांग की है. उनका कहना है कि इतने बड़े प्रोजेक्ट्स में भी बेसिक क्वालिटी पर ध्यान नहीं दिया जा रहा. रेरा (RERA) जैसी संस्थाओं को अब ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि खरीदारों को ठगा न जा सके.