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India Daily

संभल पहुंची न्यायिक जांच आयोग की टीम, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

Jama Masjid Case: संभल में जामा मस्जिद के ASI सर्वे के दौरान हुईं हिंसा की जांच करने के लिए न्यायिक जांच आयोग की टीम संभल पहुंच गई है. इस टीम को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने गठित किया है. टीम संभल हिंसा की जांच करेगी और वजहों का पता लगाएगी. 

Kamal Kumar Mishra
Jama Masjid Case
Courtesy: ANI

Jama Masjid Case: संभल हिंसा की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग की टीम संभल पहुंच गई है. टीम दो महीने के भीतर जांच पूरी करके रिपोर्ट प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को सौंपेगी. इस आयोग गठन भी राज्यपाल ने ही किया है. इस जांच में हिंसा की वजहों का पता लगाया जाएगा. टीम के संभल पहुंचने पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है.  

दरअसल, उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. रविवार को एएनआई से बात करते हुए, मुरादाबाद के डिवीजनल कमिश्नर अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि समिति आज सबूत इकट्ठा करने के लिए घटनास्थल का दौरा करेगी और सुचारू जांच प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाएं की गई हैं.

सिंह ने कहा, "जांच समिति अपना काम करेगी, वे तय करेंगे कि क्या करना है, हमें बस उनकी सहायता करनी है, वे जहां भी जाएं और सबूत इकट्ठा करें." "समिति की सुरक्षा के लिए उचित बल की व्यवस्था की गई है. जिस क्षेत्र में वे जाएंगे, वहां पहले से ही सुरक्षा तैनात कर दी गई है. यदि आवश्यक हुआ तो आगे की कार्रवाई बाद में शुरू की जाएगी." आयुक्त ने कहा कि संभल में स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण है और अधिकारी लगातार इस पर नजर रख रहे हैं.

संभल पर आला अधिकारियों की नजर

उन्होंने कहा, "संभल में स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण है, अभी वहां कोई समस्या नहीं है, लगातार निगरानी की जा रही है. शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्कता बरती जा रही है." हिंसाग्रस्त क्षेत्र में विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल को जाने से रोकने पर उन्होंने कहा कि स्थिति पूरी तरह से सामान्य हो जाने के बाद कोई भी व्यक्ति संभल आ सकता है. उन्होंने क्षेत्र में सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए लोगों से सहयोग भी मांगा. कमिश्नर ने कहा, "हम पूरी कोशिश कर रहे हैं और लोगों के सहयोग से जल्द से जल्द वहां स्थिति सामान्य हो जानी चाहिए, फिर जो भी वहां जाना चाहे वह जा सकता है कोई दिक्कत नहीं होगी."

अखिलेश यादव ने बीजेपी पर लगाया आरोप

इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि शनिवार को पार्टी प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने से रोके जाने के बाद प्रशासन के बयान सरकार द्वारा तय किए जा रहे हैं.
मीडिया को संबोधित करते हुए यादव ने सरकार और प्रशासन पर संभल हिंसा की घटनाओं को अंजाम देने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल संभल जा रहा था. हम सभी शांति और न्याय का समर्थन करते हैं. प्रशासन के बयान सरकार के इशारे पर दिए गए हैं. लोगों को न्याय दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है."

पुलिस 27 लोगों को कर चुकी है गिरफ्तार

दरअसल, 19 नवंबर को स्थानीय अदालत द्वारा मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश दिए जाने के बाद से संभल में तनाव बढ़ गया है. जामा मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई. सर्वेक्षण एक याचिका के बाद शुरू किया गया था जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद स्थल मूल रूप से हरिहर मंदिर था. 24 नवंबर को एएसआई द्वारा मुगलकालीन मस्जिद की जांच के दौरान पत्थरबाजी की घटना हुई, जिसके परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा कई पुलिस अधिकारी और अन्य लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने अभी तक इस मामले में 25 पुरुषों और दो महिलाओं सहित 27 लोगों को गिरफ्तार किया है.