उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के कुंवरिया गांव में 24 जून को 54 वर्षीय सुषीला देवी की रहस्यमय हालत में मौत हो गई थी. शुरुआती जांच में कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया था, लेकिन 48 घंटे के भीतर पुलिस ने मामले की तह तक पहुंचते हुए बहू पूजा को हिरासत में लिया. पूछताछ में पूजा ने कबूल किया कि उसने अपनी बहन और बहन के प्रेमी के साथ मिलकर सास की हत्या की साजिश रची थी. अब तीनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि अनिल को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद घायल अवस्था में गिरफ्तार किया है.
मीडिया रिपोर्पुट के अनुसार पुलिस जांच में सामने आया है कि पूजा का पति काफी पहले गुजर चुका था, जिसके बाद वह अपने देवर कल्याण सिंह के साथ लिव-इन में रहने लगी थी. कल्याण की मौत के बाद ससुर अजय सिंह और दूसरे देवर संतोष ने उसे कुंवरिया गांव स्थित पुश्तैनी घर में रहने के लिए बुला लिया. वहीं, पूजा का संतोष से अवैध संबंध बन गया, जो पहले से शादीशुदा था. दोनों की एक बेटी भी हुई. संतोष की पत्नी रागिनी ने इसका विरोध करते हुए नौ महीने पहले घर छोड़ दिया. अब पुलिस दोनों भाइयों की मौत की जांच भी दोबारा शुरू कर रही है.
परिवार के पास कुल 16 बीघा जमीन थी, जिसमें से पूजा खुद को 8 बीघा की हकदार मानती थी. वह यह जमीन बेचकर ग्वालियर शिफ्ट होना चाहती थी. ससुर और देवर ने इसमें सहमति जता दी, लेकिन सुषीला देवी ने जमीन बेचने का विरोध किया. पुलिस के अनुसार, सास को अपनी योजना में बाधा मानते हुए पूजा ने उसकी हत्या की योजना बनाई और बहन कमला और उसके प्रेमी अनिल वर्मा को भी इसमें शामिल कर लिया.
सुषीला देवी की हत्या के बाद घर से करीब ₹8 लाख के गहने, एक मोटरसाइकिल और एक देशी तमंचा गायब पाया गया. पुलिस को खबर मिली कि अनिल वर्मा चोरी किए गए गहनों को एक रिश्तेदार के यहां बेचने की कोशिश कर रहा है. जब पुलिस ने उसे गांव के बाहर रोका, तो उसने गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया और उसे झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. पुलिस ने उसके पास से चोरी किए गए गहने, मोटरसाइकिल और हथियार बरामद कर लिए हैं.