Nikki Bhati Murder Case: ग्रेटर नोएडा में दहेज हत्या मामले में नया मोड़ आया है. सूत्रों के अनुसार 26 वर्षीय निक्की भाटी ने अपनी मौत से पहले डॉक्टरों को बताया कि उनकी ससुराल में सिलेंडर विस्फोट के कारण आग लगी, जिससे वह झुलस गईं. यह बयान फोर्टिस अस्पताल के एक डॉक्टर और नर्स ने पुलिस को दिया, जहां निक्की को भर्ती किया गया था. यह खुलासा पहले के आरोपों से अलग है, जिसमें कहा गया था कि निक्की के पति विपिन भाटी और उनके परिवार ने दहेज की मांग को लेकर उन पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी थी.
निक्की की पिछले हफ्ते दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करते समय मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार उनके शरीर का 80% हिस्सा जल चुका था. इस नए बयान ने मामले की जांच को नई दिशा दी है. पहले पुलिस ने विपिन भाटी और उनके परिवार पर दहेज के लिए निक्की को जलाने का आरोप लगाया था, लेकिन अब सिलेंडर विस्फोट की बात सामने आने से मामला और मुश्किल हो गया है.
निक्की भाटी ने मौत से पहले डॉक्टरों से बताया था झुलसने का कारण!
पुलिस सूत्रों के मुताबिक निक्की ने अस्पताल में भर्ती होने के दौरान यह बयान दिया था. फोर्टिस अस्पताल के कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि निक्की ने सिलेंडर विस्फोट के कारण आग लगने की बात कही थी. इस बयान के आधार पर पुलिस अब इस दिशा में भी जांच कर रही है. हालांकि निक्की के परिवार ने इन दावों पर सवाल उठाए हैं और पुराने आरोपों पर कायम है कि यह दहेज हत्या का मामला है.
परिवार ने की दहेज उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
पुलिस ने इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी है. सिलेंडर विस्फोट की सच्चाई जानने के लिए फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है. साथ ही, विपिन भाटी और उनके परिवार से भी पूछताछ की जा रही है. इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है और लोग इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष होगी और जल्द ही सच्चाई सामने आएगी. इस बीच निक्की के परिवार ने दहेज उत्पीड़न के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.