नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में CM योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान सामने आया है, सवाल का जवाब देते हुए CM योगी ने कहा कि राज्य में सुरक्षा की भावना देखकर मुझे बहुत संतुष्टि मिलती है. एक ऐसा राज्य जो दंगों और कर्फ्यू से मुक्त है. उन्होंने आगे कहा कि आज 6 दिसंबर है और कर्फ्यू लग जाना चाहिए था, लेकिन मैं राज्य में दो कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद दिल्ली में हूं. 'अब उत्तर प्रदेश में न दंगा है, न कर्फ्यू है, सब चंगा है.'
VIDEO | Delhi: At the HT Leadership Summit, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, “It gives me immense satisfaction to see a sense of security in the state - a state free of riots and curfew. Today is December 6, and there should have been a curfew, but I am here in Delhi after… pic.twitter.com/bNk2Lq3CSa
— Press Trust of India (@PTI_News) December 6, 2025
कार्यक्रम में अपने 8 साल के कार्यकाल पर बोलते हुए CM योगी ने कहा कि भारत के सबसे बड़े राज्य को संभालना आसान काम नहीं है, लेकिन इन वर्षों में प्रदेश ने कई सकारात्मक बदलाव देखे हैं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वह इस परिवर्तन यात्रा का हिस्सा बनकर गर्व महसूस करते हैं.
जब उनसे पूछा गया कि इतने लंबे कार्यकाल में उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि क्या रही, तो मुख्यमंत्री ने कहा कि उपलब्धियों की सूची बहुत लंबी है और किसी एक को चुनना कठिन है. हालांकि, उन्होंने माना कि अयोध्या में 500 वर्षों के इंतजार के बाद राम मंदिर का निर्माण उनके जीवन का सबसे ऐतिहासिक और अविस्मरणीय क्षण है. उन्होंने कहा कि यह उनके सार्वजनिक जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब ‘एक जिला, एक माफिया’ वाली पहचान से बाहर निकल चुका है. अब राज्य ‘एक जिला, एक उत्पाद’ और ‘एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज’ की नीति के साथ आगे बढ़ रहा है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या बुलडोजर की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी, तो उन्होंने साफ कहा कि बुलडोजर उत्तर प्रदेश की जरूरत है. युवा, महिलाओं की सुरक्षा, किसानों की खुशहाली और आम नागरिकों की पहचान को सुरक्षित रखने के लिए जो भी कड़े कदम जरूरी होंगे, सरकार वे सभी कदम बिना किसी हिचक के उठाती रहेगी. उन्होंने अपनी जीरो-टॉलरेंस नीति को आगे भी जारी रखने की बात दोहराई.
इसके अलावा, काशी और मथुरा जैसे धार्मिक स्थलों पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने संक्षेप में कहा कि सब जगह पहुंचेंगे और पहुंच चुके हैं. उनके इस बयान को लेकर काफी चर्चा भी हुई, क्योंकि इसे धार्मिक और राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.